फतेह लाइव, रिपोर्टर.
सरायकेला खरसावां जिला में और चक्रधरपुर मंडल अंतर्गत आरपीएफ आदित्यपुर थाना प्रभारी ए.के सिंह के नेतृत्व में शनिवार को कांड्रा स्थित लोहाटाल में स्क्रैप माफिया अखिलेश पोद्दार की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की गई है. जमशेदपुर के बागबेड़ा निवासी अखिलेश पोद्दार रेल संपत्ति और अभिजीत कंपनी समेत कोल्हान में चोरी के स्क्रैप खरीद-बिक्री के मामले में पहले भी जेल जा चुका है.
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हालांकि कल हुई छापेमारी में आरपीएफ को अखिलेश की गिरफ्तारी में सफलता नहीं मिली, लेकिन सूत्रों की मानें तो बहुत जल्द वह स्क्रैप चोरी के दो पुराने मामलों में जेल जाने वाला है. इस संबंध में आरपीएफ आदित्यपुर थाना प्रभारी एके सिंह ने बताया कि विगत 24 मई को टाल में छापामारी की गई थी जहां रेलवे का 6 टन लोहा बरामद किया गया था. इस मामले में 5 लोगों को जेल भेजा गया था जबकि अखिलेश अब तक फरार चल रहा है.
अखिलेश इससे पहले भी आरपीएफ की छापेमारी में चोरी के स्क्रैप-खरीद बिक्री में जेल जा चुका है. सूत्र बताते हैं कि कांड्रा में कुछ सप्ताह पहले भी एक बड़ी कंपनी में हुई चोरी में अखिलेश की संलिप्तता थी, लेकिन मामले को सिर्फ इसलिए मैनेज कर दिया गया, क्योंकि पुलिस की साख पर बट्टा लग रहा था. बाद में चोरी गया माल बड़े ही सुनियोजित तरीके से झाड़ियों में गिरा पड़ा मिला.
इतना होने के बावजूद जरा अब लाइजनिंग सिस्टम को देखिए कि स्क्रैप सिंडिकेट के माफिया अखिलेश का कांड्रा थाना क्षेत्र में कैसे क्षत्र राज चलता रहा है. पूरे कोल्हान में स्क्रैप और अवैध लॉटरी के सिंडिकेट का फतेह लाईव द्वारा खुलासा आगे भी जारी रहेगा और लाइजनिंग सिस्टम से चल रहे अवैध धंधों के संचालन में नित नए हो रहे कारनामे भी हम आप तक पहुंचाते रहेंगे.
रेल संपत्ति की चोरी को लेकर पत्रकार और समाजसेवी प्रीतम भाटिया ने ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी, जिस पर आरपीएफ और रेल सेवा ने संज्ञान लिया था. इससे पूर्व भाजपा नेता अंकित आनंद ने भी गोलमुरी क्षेत्र में देवेन के स्क्रैप सिंडिकेट को ट्वीट किया था. आरपीएफ की नजर में चोरी के सिंडिकेट में शामिल मुन्ना की भी चर्चा जोरों पर है और मुन्ना के लाइजनिंग सिस्टम से कुछ अधिकारियों को लाभ मिलता रहा है.