फतेह लाइव, रिपोर्टर.
केरला पब्लिक स्कूल बर्मामाइन्स ने अपनी स्थापना के पच्चीस वर्ष पूरे किए है। इस विशेष अवसर को मनाने के लिए विद्यालय द्वारा एक भव्य समारोह साईनोवेशन का आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत पर्यावरण एवं विज्ञान से संबंधित विषय को समाहित किया गया था। जिसमें शहर के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। शहर के कुल 17 स्कूलों ने इसमें भाग लिया, जिसमें प्रथम स्थान – विद्या भारती चिन्मया विद्यालय (टेल्को), दूसरा स्थान- केपीएस पब्लिक स्कूल (गम्हरिया) और तीसरा स्थान- चिन्मया विद्यालय साउथ पार्क पाकर विजयी हुआ.
कार्यक्रम में आज के मुख्य अतिथि उपायुक्त अनन्य मित्तल उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर तथा गणेश वंदना से की गई। उपायुक्त ने अपने वक्तव्य में विद्यालय के अनुशासन की प्रशंसा करते हुए कहा की हर व्यक्ति में प्रतिभा होती है बस, उसे निखारने की आवश्यकता है और यहां के शिक्षक अथक प्रयास कर रहे हैं।
विद्यालय के चेयरमैन डॉ श्रीकांत नायर ने अपने वक्तव्य में कहा कि हमारी यह यात्रा केवल अध्यापक , छात्र-छात्राओं और अभिभावकों के सहयोग से ही संभव हो सकी है. शिक्षा से ही देश महान बनता है और शिक्षित व्यक्ति ही संपन्न राष्ट्र का निर्माण कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि 24 साल पहले मेरे पिता स्वर्गीय ए.पी आर नायर ने बेहद कम संसाधनों के साथ स्कूल की शुरुआत की थी। आज वर्षों बाद सैकड़ों छात्र स्कूल में शिक्षा प्राप्त कर रहें हैं।
ज्ञान का प्रसार हो रहा है, बस यही मेरा मकसद है। इस आयोजन के माध्यम से हम सभी को धन्यवाद देना चाहते हैं। विद्यालय की प्राचार्या प्रियंका बरुआ ने भी विद्यालय से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी और कहा कि हम सभी को धन्यवाद अर्पित करना चाहते हैं, जिन्होंने विद्यालय को इस मुकाम तक पहुंचाने में अपना विशेष योगदान दिया।
इस अवसर पर विद्यालय के चेयरमैन डॉ श्रीकांत नायर, शरद चंद्रन, असिस्टेंट डायरेक्टर शांता वैद्यनाथन, एकेडमिक डायरेक्टर डॉ रचना नायर, लक्ष्मी शरद , पूर्व उप-प्राचार्या मंजुला कुमारी, पूर्व हेड मिस्ट्रेस गोयल, इशिका दास , अदिति मुरारका, श्रद्धा जायसवाल, मंजू भ्रामरा, रणविजय लूदरा, नलिन, गुरमीत कौर, मानगो केपीएस की उप – प्राचार्य उपस्थित रहे. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के शिक्षकगण की सराहनीय भूमिका रही। इस अवसर पर विद्यालय के सभी विद्यार्थी व शिक्षकगण मौजूद थे।