फतेह लाइव, रिपोर्टर.
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जिस प्रकार पिछले दिनों विधानसभा के मानसून सत्र में जमशेदपुर के स्थानीय निवासियों की तुलना बांग्लादेशी घुसपैठियों से की थी. क्या इस बयान पर जमशेदपुर के कांग्रेस के मंत्री बन्ना गुप्ता एवं पूर्व सांसद सह पूर्वी विधानसभा जमशेदपुर के स्वघोषित उम्मीदवार डॉ अजय कुमार अपनी सहमती रखते हैं ?… मंत्री बन्ना एवं डाँ अजय अपना स्टैंड क्लियर करे.
भारतीय जनतंत्र मोर्चा के जिला अध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव ने रविवार को जारी प्रेस वक्तव्य में कांग्रेस के स्थानीय बड़े नेता स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता एवं पूर्व सांसद डॉ अजय कुमार से सवाल किया कि जिस प्रकार मानसून सत्र के अंतिम दिन राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने भाषण में बांग्लादेशी घुसपैठियों की तुलना जमशेदपुर, रांची, बोकारो सहित अन्य महानगरों में रह रहे सभी समाज के लोगों से की थी. क्या इस बयान पर कांग्रेसी नेताद्वय मुख्यमंत्री के साथ हैं? क्या डॉ अजय एवं मंत्री बन्ना गुप्ता मुख्यमंत्री के विचार का समर्थन करते हैं? क्या वे भी जमशेदपुर के लोगों को राज्य के लिए घुसपैठिया मानते है?…….यह इन दोनों तथाकथित दिग्गज नेताओं को जमशेदपुर की जनता को बताना चाहिए.
जिस प्रकार डेमोग्राफिक चेंज को लेकर मुख्यमंत्री ने एक बेहद ही विवादास्पद बयान देकर सीधे तौर पर जमशेदपुर एवं अन्य महानगरों में निवास कर रहे सभी समाज के लोगों को दोषी करार दिया और विशेषकर बिहारी समाज को टार्गेट कर अपमानित करने का प्रयास किया. कांग्रेस के तथाकथित नेता जो जमशेदपुर की गली मोहल्लों में घूम-घूमकर कर स्वयं को जनहितैषी और गरीबों का मसीहा बताते है. वे इतने बड़े मुद्दे पर मौन क्यों साधे हुए है.
श्रीवास्तव ने आगे कहा की जमशेदपुर शहर पूरे देश में मिनी इंडिया के रूप में जाना जाता है. देश के विभिन्न प्रांतों से लोगों ने यहां आकर स्थानीय उद्योगों में कार्य किया और इस शहर एवं राज्य के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है. श्रीवास्तव ने कांग्रेस ने इन दोनों नेताओं को चुनौती देते हुए कहा की बस्तियों पर ओछी राजनीति करने वाले जनता के बीच आए और अपना पक्ष रखे. अन्यथा भाजमो जन चौपाल लगाकर जमशेदपुर की जनता के बीच ऐसे दोहरे चरित्र वाले नेताओं का सच उजागर करने का कार्य करेगी।