आरटीआई से थाने में दर्ज सभी मामलों की मांगेंगे पूरी जानकारी
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर लौहनगरी के चर्चित आरटीआई कार्यकर्ता कमलेश कुमार ने जादूगोड़ा थाना प्रभारी अभिषेक कुमार द्वारा स्थानीय पत्रकार आशीष गुप्ता के परिजनों को प्रताड़ित करने के मामले में घोर निन्दा की है. कुमार ने कहा है कि यह घटना सीधे-सीधे लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है और इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी ही चाहिए.
उन्होंने कहा है कि इस थाना प्रभारी के कार्यकाल की जांच को लेकर आरटीआई दाखिल करेंगे, ताकि सारी सच्चाई मीडिया के सामने लाई जा सके. कुमार ने कहा कि जब एक पत्रकार के साथ थानेदार का ऐसा रवैया है तो आम जनता के साथ कैसा व्यवहार होता होगा?
उन्होंने कहा कि स्क्रैप सिंडिकेट की परत दर परत खुलासों से जमशेदपुर के युवा पत्रकार चरणजीत सिंह को भी टारगेट पर रखा गया है. ऐसे पत्रकारों की सुरक्षा और सम्मान की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होती है जो ईमानदारी पूर्वक अपने कर्तव्य का पालन करते हैं.
उन्होंने कहा कि राज्य में झारखंड सरकार द्वारा पत्रकार सम्मान सुरक्षा योजना लागू हो चुकी है, लेकिन वह सिर्फ कागजों पर है, इसलिए पत्रकारों पर जोर-जुल्म जारी है. आशीष गुप्ता और चरणजीत सिंह को सुरक्षा देने के बजाय उन्हें भयाक्रांत करना मीडिया की आवाज दबाने का एक असफल प्रयास है, जिसे हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे.