फतेह लाइव, रिपोर्टर.

सरायकेला-खरसावां जिले में अपराधियों का मनोबल लगातार बढ़ रहा है और आए‌ दिन कुछ न कुछ घटना घट रही है. इसमें एक लड़ाई स्क्रैप सिंडिकेट में वर्चस्व को लेकर भी है जो थमने का नाम नहीं ले रही थी. हालांकि वर्तमान एसपी मुकेश लुणायत ने अवैध धंधों पर लगाम के संदर्भ में फतेह लाईव को कठोर कार्रवाई करने की बात कही थी. इसके बावजूद जिला में स्क्रैप माफिया और लोहा चोरों की कारस्तानी बंद नहीं हुई है. अभिजीत कंपनी में स्क्रैप को लेकर गोलीचालन हो या इंडस्ट्रियल एरिया में लगातार चोरी सभी धंधे थानों की मिलीभगत से जोरों पर चल रहे हैं.

यह भी पढ़े : Jamshedpur : सेवा ही लक्ष्य और जिप सदस्य पूर्णिमा मल्लिक ने क्षेत्र की बिजली समस्या को लेकर सहायक अभियंता से रखी मांग, ये मिला आश्वासन

बीते दिनों एसपी और व्यापारियों की बैठक में लोहा और‌ कंपनी परिसर से पार्ट्स चोरी का मुद्दा जोरदार तरीके से उठा था, लेकिन फिर भी कुछ नहीं हुआ. सरायकेला-खरसंवा में जुआ, शराब, स्क्रैप, नशीले पदार्थ की तस्करी समेत दर्जनों अवैध धंधों का खुलेआम संचालन हो रहा है. आज भी दो‌ स्क्रैप माफिया आदित्यपुर थाना क्षेत्र के घोड़ाबाबा मंदिर के पास लड़ गए. स्क्रैप व्यापारी अभिषेक जयसवाल ने लहुलुहान अवस्था में आदित्यपुर थाना पहुंचकर लिखित शिकायत दर्ज कराई है.

बताया जा रहा है कि चांडिल थाना क्षेत्र के दबंग स्क्रैप माफिया करण सिंह और कदमा का अमित सिंह दो वाहनों पर सवार होकर अपने लगभग 15-20 साथियों को लेकर अभिषेक के बड़े भाई अमित जयसवाल के टाल पर पहुंच गया. जहां अभिषेक पर ताबड़तोड़ हमला कर अपहरण का भी प्रयास किया, जो पुलिस और स्थानीय लोगों के विरोध से विफल हो गया.

अभिषेक जयसवाल ने बताया कि करण सिंह व अमित सिंह सहित अन्य हमारे भाई अमित को खोज रहे थे और जब मुझे देखा तो वह अपने आदमियों के साथ पिस्टल व‌ चाकू के बल पर मारपीट कर कार में बैठाने लगा. स्थानीय लोगों और पुलिस के आने पर बीच-बचाव और विरोध के बाद सभी भाग खड़े हुए जिसमें दो युवक अमित सिंह और अन्य को स्थानीय लोगों द्वारा पकड़ लिया गया.

इस संदर्भ में अभिषेक जयसवाल के भाई अमित जयसवाल ने कहा कि 24 घंटे में करण सिंह सहित अन्य लोगों की गिरफ्तारी न होने पर हम सभी पीड़ित परिवार कल डीआईजी से संपर्क कर अपनी पूरी बात रखेंगे.

अभिषेक ने किया था स्क्रैप सिंडिकेट में ओम प्रकाश की मिलीभगत का खुलासा

मारपीट में घायल अभिषेक जयसवाल वही है, जिसने स्क्रैप सिंडिकेट में एसपी ऑफिस में तैनात सिपाही ओम प्रकाश के ऑडियो को कुछ पत्रकारों के बीच वायरल कर दिया था. इस वायरल ऑडियो की जांच में डीएसपी हेडक्वार्टर की रिपोर्ट और अभिषेक से लिए बयान के आधार पर ओम प्रकाश को एसपी मुकेश लुणायत ने निलंबित कर दिया था. फतेह लाईव और अन्य पत्रकारों को मिले. इस ऑडियो में राज्य के तीन आईपीएस अधिकारियों का खुलकर नाम लेकर लाइजनिंग सिस्टम में होने का दावा ओम प्रकाश ने किया था. हालांकि इस मामले में भी पूरी तरह से जांच नहीं हुई है क्योंकि इस वायरल ऑडियो में बताए गए लाइजनिंग सिस्टम से कुछ आईपीएस अधिकारियों की भी बदनामी हो रही थी.

Share.
© 2025 (ਫਤਿਹ ਲਾਈਵ) FatehLive.com. Designed by Forever Infotech.
Exit mobile version