फतेह लाइव, रिपोर्टर.


























जमशेदपुर के नामदाबस्ती गुरुद्वारा के प्रधान पद के लिए 11 अगस्त को होने वाला चुनाव इसलिए रोचक हो गया है कि इसमें एक उम्मीदवार पक्ष के दलजीत सिंह (शेर छाप) गुरु घर के वजीर रह चुके हैं. ऐसे में जमशेदपुर के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा कि ग्रंथी प्रधान पद का चुनाव लड़ रहा है. चुनाव की सरगर्मी के बीच दलजीत सिंह के समर्थन में विभिन्न ग्रंथी, पाठी सिंह भी कूद गए हैं और उन्होंने नामदाबस्ती की गुरु रूपी संगत से अपील की है कि वह दलजीत सिंह को 11 अगस्त रविवार को मतदान के दिन अपना बहूमूल्य वोट देकर विजयी बनायें.
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रिफ्यूजी कॉलोनी गुरुद्वारा के ग्रंथी बाबा सुरेन्द्र सिंह, गुरु घर के प्रेमी समाजसेवी सरदार मोहन सिंह (गोल्डी होटल वाले), मनीफिट के पाठी इंदरपाल सिंह और टेल्को के पाठी कृपाल सिंह ने फतेह लाइव के माध्यम से इलाके के वोटरों से अपील करते हुए कहा कि दलजीत सिंह मृदुभाषी हैं. गुरु घर से जुड़ा होना ही उनकी कुशल कार्यशैली को दर्शाता है. गुरुद्वारा के प्रधान महेंद्र सिंह बोझा की टीम ने उन्हें आदर प्रदान किया. ग्रंथी की सेवा के साथ साथ महासचिव की जिम्मेदारी भी दी. दोनों ही कार्यों को उन्होंने ईमानदारी से निभाया.
नामदाबस्ती की संगत के साथ – साथ जमशेदपुर की सिख संगत के बीच उनके मृदुभाषि स्वभाव के कारण अलग पहचान है. उपरोक्त सभी गणमान्य जत्थेदारों ने संगत को भरोसा दिलाया है कि दलजीत की जीत से संगत का मान बढ़ेगा. युवाओं के लिए वह अच्छे मार्गदर्शन साबित होंगे और सभी को गुरु घर से जोड़ने का कार्य करेंगे. सभी ने एक स्वर में सीजीपीसी के अधिकारियों का भी आभार जताया कि काफी खींचतान के बीच भी दलजीत सिंह की उम्मीदवारी बरकरार रखी. विपक्ष द्वारा जो भी आरोप प्रत्यारोप लगाए गए उसकी किसी प्रकार की कोई परवाह नहीं की और निष्पक्ष होकर गुरुद्वारा का चुनाव कराने का फैसला लिया.
बाबा सुरेन्द्र सिंह एवं सभी ने संगत से अपील की है कि वह दलजीत सिंह को मतदान के दिन वोट देकर भारी मतों से विजयी बनायें, ताकि संगत का मान सम्मान बना रहे और कुर्सी लोभी विपक्ष का सफाया हो सके, जो केवल चुनाव के वक्त ही संगत के दरवाजे जाते हैं.इधर, उम्मीदवार दलजीत सिंह ने भी फतेह लाइव को बताया कि चुनाव में उनकी स्थिति काफी मजबूत है. संगत उनसे संपर्क में बनी हुई है. उन्होंने संगत को भरोसा दिलाया है कि वह चुनाव में किये वादे पर जीत के बाद खरा उतरेंगे.