- प्रदेश के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने की कार्यक्रम की सराहना, समाज से शिक्षा में सहयोग की अपील
फतेह लाइव, रिपोर्टर
घाटशिला के होटल जे एन पैलेस में अखिल भारतीय संताली लेखक संघ झारखंड शाखा और अखिल झारखंड संताल शिक्षक संघ के संयुक्त प्रयास से आयोजित 10 दिवसीय समर कैंप का उद्घाटन समारोह संपन्न हुआ. इस समर कैंप में 250 से अधिक विद्यालयों का चयन किया गया है, जहां बच्चों को ओलचिकि लिपि, संताली साहित्य और संस्कृति की शिक्षा प्रशिक्षित शिक्षकों द्वारा नि:शुल्क दी जाएगी. उद्घाटन समारोह में झारखंड सरकार के स्कूली शिक्षा, साक्षरता और निबंधन मंत्री श्री रामदास सोरेन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. इस अवसर पर साधु रामचांद मुर्मू विश्वविद्यालय झारग्राम के सीनियर लॉ ऑफिसर मंगल सोरेन और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे.
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शिक्षा में समाज का योगदान और झारखंड सरकार की योजना
समारोह को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने बच्चों की शिक्षा में समाज के योगदान की अहमियत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार मातृभाषा में शिक्षा को लेकर गंभीर है और जल्द ही दस हजार से अधिक जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा के शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी. मंत्री ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिशा-निर्देश पर शिक्षा व्यवस्था को सुधारने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में कई नीतिगत संशोधन किए जा रहे हैं और पहले चरण में ऐसे विद्यालय खोले जाएंगे, जहां बच्चों को राष्ट्रीय राजमार्ग, नदियां या रेल लाइन पार करके जाना पड़ता है.
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समाज को वापस देने की अपील, सामूहिक प्रयास की आवश्यकता
समारोह के विशिष्ट अतिथि बैजू मुर्मू ने समाज के प्रति जिम्मेदारी का आह्वान करते हुए कहा कि जो समाज हमें देता है, हमें उसे वापस भी देना चाहिए. उन्होंने कहा कि समाज के भले के लिए काम करना हर व्यक्ति का कर्तव्य है और हर किसी को समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए. समर कैंप के उद्घाटन समारोह में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित लेखक भुजंग टुडू, वयोवृद्ध लेखक सोभानाथ बेसरा, और अन्य प्रमुख शिक्षक और साहित्यकार भी उपस्थित थे. उन्होंने इस पहल को सराहा और कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से समाज में जागरूकता बढ़ेगी और शिक्षा का स्तर बेहतर होगा.