- जमशेदपुर से सुल्तानगंज तक बस, ट्रेन और छोटी गाड़ियों से यात्रा, रीवा के कलाकार प्रस्तुत करेंगे बाबा बैधनाथ की जीवंत झांकी
- बस, ट्रेन, स्वास्थ्य व भोजन सहित सभी सुविधाएं निशुल्क, 8 दिनों की यात्रा में शामिल होंगे 1000 भक्त
फतेह लाइव, रिपोर्टर
सावन माह में बाबा बैधनाथ सेवा संघ द्वारा इस बार भी निःशुल्क कांवर यात्रा का आयोजन किया जा रहा है. संस्था के संस्थापक सदस्य विकास सिंह ने साकची स्थित अग्रसेन भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में जानकारी दी कि इस बार 25 जुलाई को 1000 शिवभक्तों का जत्था जमशेदपुर से सुल्तानगंज के लिए रवाना होगा. पंजीयन प्रक्रिया 1 जुलाई से प्रारंभ होगी और यह “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर किया जाएगा. कांवर यात्रा में सोनारी, कदमा, बिष्टुपुर, साकची और मानगो क्षेत्रों से श्रद्धालु शामिल होंगे. यात्रा में केवल 18 से 60 वर्ष के बीच के भक्तों को शामिल किया जाएगा और उन्हें पहचान पत्र, मोबाइल नंबर एवं फोटो के आधार पर पंजीयन कर शामिल किया जाएगा.
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पहले आओ पहले पाओ के आधार पर होगा पंजीयन, 1000 भक्तों को मिलेगा पहचान पत्र
कांवर यात्रा में शामिल सभी श्रद्धालुओं के लिए एक समान ड्रेस कोड निर्धारित किया गया है ताकि यात्रा के दौरान भारी भीड़ में भी अपने जत्थे के लोगों की पहचान की जा सके. विकास सिंह ने बताया कि पूरे यात्रा मार्ग में पढ़ने वाले सभी ठहराव आरक्षित कर लिए गए हैं और प्रत्येक ठहराव पर भक्तों के मनोरंजन और विश्राम के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों की व्यवस्था भी की गई है. विशेष रूप से मध्य प्रदेश के रीवा से आए कलाकार बाबा बैधनाथ की कथा पर आधारित जीवंत झांकी बिहार सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा संचालित असरगंज स्थित धांधी बिलारी भवन में प्रस्तुत करेंगे.
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ड्रेस कोड से जत्थे की पहचान, रीवा के कलाकारों की झांकी बनेगी आकर्षण का केंद्र
संघ द्वारा कांवरियों के लिए बस, ट्रेन, धर्मशाला, भोजन, स्वास्थ्य सुविधा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम सभी निःशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे. जमशेदपुर से सुल्तानगंज पहुंचने के बाद श्रद्धालु उत्तरवाहिनी गंगा का जल भरकर पैदल बाबा बैधनाथ धाम देवघर के लिए प्रस्थान करेंगे. बाबा को जल अर्पण करने के पश्चात कांवरिये बस द्वारा बासुकीनाथ धाम जाएंगे और फिर जल अर्पण कर वापस जमशेदपुर लौटेंगे. यात्रा की कुल अवधि आठ दिन की होगी. पंजीयन के लिए मानगो, सोनारी, कदमा सहित विभिन्न क्षेत्रों में संपर्क सूत्र भी जारी किए गए हैं.