फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर शहर के निजी स्कूलों में कक्षा IX और XI में इसी सत्र 2023-24 में कुल मिलाकर 2000 से भी ज्यादा बच्चे फेल हुए हैं. इन बच्चों के फेल होने में स्कूल के अलग-अलग विषय के शिक्षकों द्वारा प्राइवेट टियूशन लेना भी एक अहम् कारण के रूप में सामने आया है, क्योंकि इन शिक्षकों द्वारा जितनी मेहनत स्कूल के क्लास के बच्चों पर करना चाहिए, जितनी अच्छी से अच्छी नोटस इन बच्चों को उपलब्ध करानी चाहिए वैसा न कर शिक्षक अपने टियूशन क्लास में बच्चों पर ज्यादा ध्यान देते हैं.
अपने टियूशन क्लास के बच्चों को ऐसे नोट्स उपलब्ध कराते है कि परीक्षा में आने वाले अधिकतर प्रश्न उस नोट्स से टैली का जाते हैं. ऐसे में ट्यूशन लेना बच्चों की मजबूरी बन जाती है. बच्चे परीक्षा में पास तो हो जाते हैं पर उन बच्चों का असल पढ़ाई का आधार कमजोर हो जाता है. जमशेदपुर अभिभावक संघ ने आरटीई अधिनियम 2009 की धारा 28 के तहत निजी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को प्राइवेट ट्यूशन लेने पर पूरी तरह से रोक लगाने की मांग की.