फतेह लाइव, रिपोर्टर










आओ ना आओ ना, आओ ना आज हमारे घर आओ ना…परिवार तुम्हारा है हमें तेरा ही सहारा है। सावन सुरंगो जोर को, कोई झूले सती मां झूलो घलायो है। सावन सुरंगो है आयो, आज दादी ने झूला झुलावो, तेरा किसने किया श्रृंगार मावडी, सिंधारौ करवाले दादी जी, आयौ तीजा को त्योहार, थारी खुब कर श्रृंगार थे दादी जी आओ आज,,———-
अवसर था श्री रानीसती सत्संग समिति जुगसलाई द्वारा हरियाली अमावस्या पर श्री रानीसती दादी जी का सिंधारा, तीज उत्सव मनाया गया।सर्वप्रथम समिति के अध्यक्ष अनिल कुमार अग्रवाल एवं उनकी धर्मपत्नी सुधा अग्रवाल द्वारा गणेशजी की पूजा ओर राणी सती दादी जी का पूजन मंदिर के पुजारी बिमल पांडे द्वारा किया गया। इसके बाद जमशेदपुर झारखंड की प्रसिद्ध भजन गायिका सुनीता एवं गोविंद भारद्वाज एंड टीम द्वारा गणेश जी का गजनानद आओ पधारो म्हारे आंगन, वंदना कर भजन एवं मंगल पाठ की शुरुआत की।
सावन के गीत मेहंदी रची दादी के हाथों में, एवं रंगारंग कार्यक्रम के बीच मनाया गया। सिंधारा तीज उत्सव सुनीता भारद्वाज द्वारा भजन कार्यक्रम में महिलाएं ने नृत्य किया। दादी ने दरबार लगाया, दर्शन तो कर लेन दे मेनू नच लेन दे। मेहंदी हाथों में रची सिर पर चुनरिया साजे जय दादी है ब्यूटीफुल। इसके बाद अदिति भारद्वाज द्वारा शंकर भगवान शिव शिव शंभू, हर हर महादेव, भजन गाया गया। ओ म्हारी दादी मां झूलो भगत झूला व था ना आज झूले दादी आज ने भी एक से बढ़कर एक भजन की प्रस्तुति की। गोविंद भारद्वाज द्वारा बड़ी प्यारी लगती हो, बड़ी सुन्दर दिखती हो भजन प्रस्तुत किया गया।
समिति के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा ये हमारे समिति का 23वां कार्यक्रम है। संयोजक कमल अग्रवाल ने कहा कि यहां पर्व राजस्थानी सिंधारा तीज उत्सव बड़े ही जोर से धूमधाम के साथ मनाया जाता है। महिलाएं हरियाली तीज के रूप में मनाती हैं। हरियाली तीज देवी पार्वती का मंगल पाठ पूजा अर्चना कर अपने सुहाग की रक्षा का वर मांगा जाता है। इसके बाद समिति के बैजनाथ शर्मा ने भजनों की प्रस्तुति की, जिसमें आओ लाड लडावा दादी ने सजावा दादी मां का मंगल गाया। दादी जी का मिलकर लाड करे सा चलो रे दादी का सिंधारा करसां। इसके बाद सुधीर शर्मा ने भजनों की प्रस्तुति दी। एक से बढ़कर एक भजन खूब सज्यो दरबार मैया थाना आनो पड़सी भक्तों की लाज बचाने वाले मैया की जय हो। समिति के जगदीश शर्मा ने भजन प्रस्तुत किया। मोटी सेठानी मारो बेड़ो पार लगानो पडसी ये। तेरा किसने किया सिंगार बड़ा प्यारा लगे।
चुनरी उत्सव, मेहंदी उत्सव गजरा उत्सव, गर जोर मेरो चाले हीरा मोत्या से नजर उतार दूं। भजनों पर भक्तजन झूमते रहे। मुख्य आकर्षण रहा दादी जी का झूला में, चुनरी उत्सव, मेहंदी उत्सव आदि। कार्यक्रम को सफल बनाने में समिति के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल, कमल अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, अजय अग्रवाल, कैलाश शर्मा, दिलीप अग्रवाल, बैजनाथ शर्मा, मनीष केडिया, दिलीप रिगसिया, सुधीर शर्मा, जगदीश शर्मा, राजेश कसेरा, दीपक गोयल, दिनेश अग्रवाल, अवतार सिंह, अरुण अग्रवाल, विमल अग्रवाल, दिलीप केड़िया, दिलीप अग्रवाल गोविंद भारद्वाज अश्विनी अग्रवाल, विनोद गर्ग, निर्मल पाटवारी,मनोज कुमार अग्रवाल, विजय बंसल, दिलीप केडिया, सुनील चौधरी,विनोद अग्रवाल, अजय अग्रवाल,अमन बागड़ी, गिरधारी झूंझनवाला, मनोज कुमार शर्मा प्रदीप कुमार अग्रवाल, उमेश कुमार मुकेश अग्रवाल,कैलाश शर्मा, अशीष अग्रवाल, एवं श्री राणी सती सत्संग महिला समिति की महिलाएं द्वारा दादी जी के मीठे मीठे भजनों पर नृत्य प्रस्तुत किया एवं समिति के महिलाओं सदस्य लगे हुए थे.