फतेह लाइव, रिपोर्टर.
मरुधर साहित्य पत्रिका के नाम से ई- पत्रिका का प्रकाशन मरुधर साहित्य ट्रस्ट के द्वारा प्रारंभ किया गया है जो पूर्ण रूप से हिंदी में है। इसका पहला अंक मां पर केंद्रित रचनाओं पर आधारित है। इसमें शहर के प्रतिष्ठित 49 रचनाकारों को शामिल किया गया है।
इन रचनाकारों के नाम हैं-
रागिनी भूषण, संध्या सिन्हा, अशोक शुभाषदर्शी, डॉ वीणा पाण्डेय ‘भारती’, वसंत जमशेदपुरी, अनामिका मिश्रा, ब्रजेन्द्र नाथ मिश्रा, पूनम सिन्हा भावशिखा, निवेदिता श्रीवास्तव गार्गी, मनीष सिंह “वंदन”, उमा पांडेय, दीपक वर्मा दीप, नीता सागर चौधरी, पुष्पांजलि मिश्रा, माधवी उपाध्याय, शोभा किरण, डा0 उदय हयात, डॉक्टर लता प्रियदर्शनी, सविता सिंह मीरा, सुधा गोयल, रीना सिन्हा सलोनी, ज्योत्सना अस्थाना, रीना गुप्ता श्रुति, विजय नारायण सिंह “बेरुका”, डा. रजनी रंजन, छाया प्रसाद, ममता कर्ण मनस्वी, लक्ष्मी सिंह रूबी, पूनम शर्मा स्नेहिल, सरिता सिंह, नीलम पेड़ीवाल, डॉ० सुनीता बेदी, डॉ अरुण कुमार शर्मा, बिनोद बेगाना, पुनम सिंह, उषा झा, वीणा नंदिनी, सुष्मिता मिश्रा सलीलात्मजा, सरोज सिंह परमार, डॉ मनीला कुमारी मानसी, जयश्री शिव कुमार, पद्मा प्रसाद” विन्देश्वरी”, क्षमा श्री दुबे, डॉ आशा गुप्ता, सुदीप्ता जेठी राउत, शकुंतला शर्मा, डॉ आशा श्रीवास्तव, किरण कुमारी ‘वर्तनी’, पद्मा मिश्रा।
यह पत्रिका रंगीन है तथा इसकी सामग्री साठ पृष्ठों में सुसज्जित है। यह पत्रिका प्रत्येक माह प्रकाशित होगी। पत्रिका का अगला अंक पिता पर केंद्रित रचनाओं पर होगा और उसके बाद वाला अंक वर्षा ऋतु पर। आशा है कि कुछ समय के बाद इस पत्रिका को प्रिंट पत्रिका के रूप में भी प्रकाशित किया जाएगा।
फिलहाल यह पत्रिका व्हाट्सएप और फेसबुक के माध्यम से लगभग 5000 पाठकों तक पहुंच रही है। इस पत्रिका का संपादक मंडल- मरुधर साहित्य ट्रस्ट है एवं संयोजिका निवेदिता श्रीवास्तव गार्गी हैं।पत्रिका के प्रायोजक हैं- शैली अग्रवाल, मैसर्स बालाजी अगरबत्ती इंडस्ट्रीज ,भुवनेश्वर। पत्रिका में केवल जमशेदपुर के रचनाकारों को ही स्थान दिया जा रहा है। जिन रचनाकारों को अपनी रचना प्रकाशित करने की इच्छा है वे अपनी रचनाएं अपने चित्र के साथ व्हाट्सएप नंबर 6202996033 पर भेज सकते हैं।