फतेह लाइव, रिपोर्टर.
शुक्रवार को विश्व हाइपरटेंशन दिवस पर शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, मानगो में मरीजों एवं उनके साथ आए तीमारदारों को जागरूक करने हेतु गोष्ठी का आयोजन किया गया. चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर स्मिता द्वारा गोष्टी में सभी मरीजों एवं तीमारदारों को संबोधित किया गया. उन्होंने बताया कि समय के साथ हमारे रहन-सहन खान-पान में काफी बदलाव आया है जिसकी वजह से हाइपरटेंशन के मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है और गैर संचारित रोगों में दूसरा सबसे ज्यादा मरीज हाइपरटेंशन का ही होता है. तनाव, फास्टफूड का नियमित सेवन, ज्यादा तेल मसाले खाना, हाई प्रोटीन डाइट का नियमित सेवन, नमक का प्रयोग खाने में ज्यादा करना या अलग से नमक लेकर खाना, शराब का सेवन, स्मोकिंग, कशरत नहीं करना ये सब हाइपरटेंशन को आमंत्रण देने वाले कारक हैं.
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जीवन शैली में बदलाव लाकर हाइपरटेंशन के किया जा सकता है नियंत्रित
हाई ब्लड प्रेशर में दम फूलना, चक्कर आना, तुरंत थकान महसूस होना, आंखों के आगे अंधेरा छाना, दिल की धड़कन तेज हो जाना ये सभी हाइपरटेंशन के लक्षण हैं. हाइपरटेंशन को अपने जीवन शैली में बदलाव लाकर नियंत्रित किया जा सकता है. शुद्ध एवं सात्विक भोजन करें, फास्टफुड से परहेज करें, समय से खाना खाएं, नियमित रूप से शारीरिक एक्टिविटी करें, योग एवं वॉक करें, बीपी की जांच कराएं एवं ज्यादा बीपी होने पर चिकित्सक से सलाह लेकर नियमित दवा का सेवन करें. सभी मरीजों का बाद में बीपी चेक किया गया एवं नियमित रूप से 30 वर्ष के ऊपर सभी लोगों को बीपी जांच कराने का सलाह दी गई. मौके पर एएनएम प्याली महतो, फार्मासिस्ट ढोल गोविंद बेरा, आई टेक्नीशियन संदीप पोद्दार, लोक स्वास्थ्य प्रबंधक सुमन कुमार मंडल एवं सहिया उपस्थित रहे.