फतेह लाइव, रिर्पोटर
रेलवे पुलिस की नन्हे फरिश्ते टीम ने सात नाबालिगों को मानव तस्करों के चंगुल से बचाया है. सभी नाबालिगों को रांची के हटिया रेलवे स्टेशन से विजयवाड़ा भेजा जाना था. इस कार्रवाई में तीन मानव तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है. आरपीएफ पोस्ट हटिया की एएचटीयू टीम और रांची डिवीजन की फ्लाइंग टीम के साथ नन्हे फरिश्ते टीम द्वारा हटिया स्टेशन पर बाल एवं मानव तस्करी के खिलाफ चलाये गये अभियान में तीन मानव तस्करों को पकड़ा गया है.
आरपीएफ की ओर से जारी लिखित बयान में बताया गया है कि स्टेशन पर चेकिंग के दौरान देखा गया कि 07 नाबालिग लड़के और 03 व्यक्ति प्लेटफार्म नंबर 01 पर एस्केलेटर के नीचे ट्रेन नंबर 18637 एक्सप्रेस के आने का इंतजार कर रहे थे.संदेह के आधार पर प्रदीप प्रज्ञा, बब्लू राम और सुरेश कच्छप को हिरासत में लिया गया. कड़ाई से पूछताछ करने पर तीनों तस्करों ने बताया कि वही लोग सातों बच्चों को स्टेशन लाए थे और विजयवाड़ा जाने के लिए ट्रेन में बैठाने वाले थे.
सभी बच्चे पलामू और गढ़वा के रहने वाले हैं. ठेकेदार ने दिए पांच हजार रुपये पूछताछ में मानव तस्कर सुरेश कच्छप ने बताया कि वह ठेकेदार रियाज अंसारी के कहने पर ही बच्चों को लेकर विजयवाड़ा जा रहा था. उसके गांव में ठेकेदार का काम चल रहा था, रियाज ने ही सभी बच्चों को विजयवाड़ा स्थित इलेक्ट्रिक बोर्ड बनाने वाली कंपनी वायरस कंपनी में ले जाने को कहा था, इसके लिए उसे पांच हजार रुपये भी दिये गये थे.
रियाज द्वारा सभी बच्चों के फर्जी आधार कार्ड भी बनाये गये थे.आगे की कार्रवाई जारीहटिया आरपीएफ द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि तीनों तस्करों को आरपीएफ पोस्ट हटिया लाया गया और आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए एएचटीयू कोतवाली, रांची को सौंप दिया गया है. उन्हें मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराए गए सभी सातों बच्चों को प्रेमाश्रय भेज दिया गया है.