कहा समाज निर्माण में साहित्यकार की भूमिका अनमोल






































फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर के डीबीएम एस स्कूल के कलाकृति सभागार में बहुभाषीय साहित्यिक संस्था सहयोग की रजत जयंती धूमधाम से सोल्लास मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता डीबीएम एस के ट्रस्टी बी चंद्रशेखर ने की। उक्त समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शहर के सुप्रसिद्ध समाज सेवी साहित्यप्रेमी शिवशंकर सिंह ने कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रसेनजीत तिवारी, मानद सचिव-तुलसी भवन ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
यह भी पढ़े : Jamshedpur : जुगसलाई कब्रिस्तान कमेटी के चार दिवसीय कार्यक्रम का समापन, अंतिम दिन हुआ कव्वाली का मुकाबला
सहयोग के सहृदय अभिभावक डॉ. सी. भास्कर राव की उपस्थिति से समारोह का मंच सुशोभित होता रहा। कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वप्रथम सहयोग गीत के साथ हुआ। अतिथियों का सम्मान, शॉल, स्मृतिचिन्ह एवं पुष्पगुच्छ से किया गया। इनके सम्मान में सभागार तालियों से गूंजने लगा। अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ ही अतिथियों का स्वागत सहयोग की अध्यक्ष डॉ मुदिता चंद्रा ने अपने सुललित शब्दों से किया। सहयोग की अध्यक्ष डॉक्टर मुदिता चंद्रा के भाषण ने सभागार में उपस्थित सभी लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया।
सहयोग ने अपने 25 वर्षों की यात्रा में अनेक बिरवा रोपे, मील के पत्थर सजाए, कितनों को खोया कितनों को पाया… अथक चलते चलते, समय की शिला पर अपने पदचिह्न टाँके… इन्हीं यादों को संजोए एक फ़िल्म दिखाई गयी, जिसका संयोजन और निर्माण सहयोग की सदस्या तकनीक संयोजिका शालिनी प्रसाद ने किया था एवं सहयोग की संस्थापिका, पूर्व अध्यक्षा डॉ. जूही समर्पिता की संकल्पना थी.
कार्यक्रम में नगर के वरिष्ठ कथाकार डॉ सी भास्कर राव ने समारोह को सम्बोधित किया। उन्होंने सहयोग की साहित्यिक सक्रियता की भूरि -भूरि प्रशंसा करते हुए अपने संस्मरण साझा किये। तत्पश्चात सभी अतिथियों और सहयोग की अध्यक्ष के हाथों रजत जयंती स्मारिका ‘अनुभूति’ का लोकार्पण हुआ। सहयोग प्रतिवर्ष अपने किसी ऐसे सदस्य को ‘सहयोग निधि’ सम्मान से सम्मानित करता है, जिनका संस्था के प्रति अमूल्य योगदान रहा हो।
इस वर्ष ‘सहयोग निधि सम्मान’ अल्पना भट्टाचार्य को प्रदान किया गया। इसके बाद कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रसेनजीत तिवारी ने अपने भाषण में सहयोग के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। सहयोग संस्था समय समय पर महत्वपूर्ण साहित्यिक कार्यक्रम करवाती है, जिसके अंतर्गत रस आधारित कविता प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इस प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार दिया गया। इसी क्रम में सहयोग द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘मनमंजरी’ का लोकार्पण भी अतिथियों द्वारा किया गया।
भोजपुरी की महिला पत्रिका ‘अँगना’ के नवीनतम अंक का लोकार्पण 7 मई को मॉरीशस के भोजपुरी कॉन्फ्रेंस में हुआ था। सहयोग के मंच पर इसके महत्व को रेखांकित करते हुए अतिथियों को पत्रिका सौंपी गई। कार्यक्रम के अगले पायदान पर मुख्य अतिथि शिवशंकर सिंह ने समागार को सम्बोधित करते हुए साहित्य जगत में सहयोग संस्था की बहुत तारीफ की। कार्यक्रम अपनी रवानी पर एक नए अंदाज में आया। जब सहयोग के लगभग 25 सदस्यों ने भारतीय साहित्य के विभिन्न रचनाकारों का वेश धरकर उनको नमन किया। यह शो अत्यंत रोचक रहा क्योंकि सदस्य रचनाकारों के कालक्रमानुसार मॉडल बन उनके योगदानों को चित्रित करते रहे।
सहयोग के सदस्य अपनी 25 वर्षों की यात्रा के सहयात्री बने। सभी सदस्यों को स्मृति चिन्ह देकर उनके योगदानों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के सुंदर समापन के पूर्व सहयोग की सचिव विद्या तिवारी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. संध्या सिन्हा ने किया। इस अवसर पर कला,साहित्य और शिक्षा जगत के गणमान्य लोग,बड़ी संख्या में उपस्थित थे।