- प्रशिक्षित स्टाफ और बेहतर सुविधा से ग्रामीण महिलाओं को मिलेगा लाभ
- अब गांवों की महिलाओं को नहीं जाना होगा शहर, आसनबनी पीएचसी बना सहारा
फतेह लाइव, रिपोर्टर
पोटका प्रखंड अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) आसनबनी में आज से प्रसव सेवाएं शुरू कर दी गई हैं. जिला उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के निर्देश पर शुरू की गई इस पहल से ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था को सशक्त बनाने में बड़ी मदद मिलेगी. पीएचसी में पहली बार एक सुरक्षित प्रसव कराते हुए एक बालिका शिशु का जन्म हुआ है, और जच्चा-बच्चा दोनों पूर्णतः स्वस्थ हैं. उपायुक्त ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि यह प्रयास है कि हर महिला को अपने नजदीक ही गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिलें, ताकि किसी को प्रसव के लिए दूर शहर नहीं जाना पड़े. प्रशासन का यह भी लक्ष्य है कि हर नवजात को सुरक्षित जीवन और हर मां को सुरक्षित प्रसव मिले.
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ग्रामीण माताओं को राहत, अब स्थानीय स्तर पर ही मिलेगा सुरक्षित प्रसव सुविधा
सिविल सर्जन डॉ. सिविल सर्जन ने बताया कि पीएचसी, आसनबनी अब सुरक्षित प्रसव सेवाओं के लिए पूरी तरह तैयार है. यहां प्रशिक्षित स्टाफ, आवश्यक दवाएं, चिकित्सा उपकरण और सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं. इससे आस-पास के गांवों की महिलाओं को काफी लाभ मिलेगा और स्वास्थ्य सेवाओं में विश्वसनीयता बढ़ेगी. स्थानीय लोगों ने इस पहल का स्वागत करते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का आभार जताया है. यह सेवा दूरस्थ क्षेत्रों में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने में भी एक कारगर कदम साबित होगी.