फतेह लाइव, रिपोर्टर.
राष्ट्रीय कुष्ठ उनमूलन कार्यक्रम अंतर्गत चिकित्सा पदाधिकारियों का दो दिवसीय कुष्ठ रोग सम्बंधित प्रशिक्षण सिविल सर्जन सभागार, पूर्वी सिंहभूम में आयोजित किया गया। प्रशिक्षक के रूप में डेमियन फाउंडेशन के राज्य समन्वयक डॉ0 गौतम कुमार ने सभी प्रतिभागियों को कुष्ठ रोग के लक्षण, प्रकार, उपचार तथा दिव्यांगता रोकथाम एवं चिकित्सीय पुनर्वास के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
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जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ0 मृत्युंजय धाउड़िया ने बताया कि कुष्ठ रोग का जल्द पहचान कर ईलाज कराने से दिव्यांगता से बचा जा सकता है। कुष्ठ रोग की एम0डी0टी0 दवा सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में नि:शुल्क उपलब्ध है। जिला कुष्ठ परामर्शी डॉ0 राजीव लोचन महतो ने जानकारी दी कि आगामी 28 अगस्त 2024 से 13 सितंबर 2024 तक पूरे जिला में कुष्ठ रोगी खोज अभियान (एल0सी0डी0सी) चलाया जाएगा जिसमें सहिया एवं एक पुरूष कार्यकर्ता का दल बनाकर घर-घर सघन कुष्ठ रोगियों को चिन्हित किया जाएगा।
इस वित्तीय वर्ष 01 अप्रैल 2024 से खोजे गए सभी नये कुष्ठ मरीजों को Food Supplements for Patients के तहत प्रत्येक माह ₹500 के दर से निबंधन कि तिथि से भुगतान किया जाएगा जिसमें पी0बी0 के मरीजों को कुल ₹3000/- तथा एम0बी0 के मरीजों को कुल ₹6000/- दिया जाएगा।
डॉ0 गौतम कुमार ने कुष्ठ मरीजों को होने वाले रिएक्शन को कैसे रिएक्शन मैनेजमेंट करने तथा रिकंस्ट्राटिव सर्जरी के साथ-साथ सेल्फ केयर के बारे में प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अंत में सभी चिकित्सा पदाधिकारियों को प्रशिक्षण का सर्टिफिकेट भी दिया गया।