फतेल लाइव, रिपोर्टर
सोमवार को डीबीएमएस कॉलेज में विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया. इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने भाषण, नाटक और नारों के माध्यम से पर्यावरण के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए विभिन्न गतिविधियाँ प्रस्तुत की. धरती माँ को बचाने और सम्मान करने के लिए प्रेरित किया. लघु नाटिका के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया. पर्यावरण को सुधारने के दृष्टिकोण से सभी छात्र-छात्राओं द्वारा शपथ ली गई. कॉलेज की सचिव श्रीप्रिया धर्मराजन ने विश्व पृथ्वी दिवस के महत्व को बतलाते हुए कहा कि प्रकृति के पांच तत्व यथा धरती, जल, अग्नि, वायु एवं आकाश हमेशा हम सभी को कुछ न कुछ देती है. इसके बदले हमसे कुछ नहीं चाहती. अतः हमारा कर्तव्य बनता है कि हम हमारे प्रकृति के संरक्षण के लिए हर संभव प्रयास करें. उप-प्राचार्या डॉ. मोनिका उप्पल ने पर्यावरण संरक्षण के उपायों का उल्लेख किया एवं छोटे छोटे उदाहरणों से समझाया कि कैसे हम अपनी पर्यावरण एवं बसुंधरा को बचा सकते हैं.
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लघु नाटिका में प्रथम स्थान पम्मी कुमारी एवं टीम को मिला
छात्र शहनवाज और राना सूर्या ने पृथ्वी दिवस के महत्व को बताया. छात्रा उर्वशी ने पीपीटी के माध्यम से कैसे पृथ्वी को बचाया जाए की प्रस्तुत दी. निर्णायक की भूमिका में कॉलेज की संयुक्त सचिव तमिल सेल्वी बालाकृष्णन, उषा रामनाथन थीं. लघु नाटिका में प्रथम पुरस्कार पम्मी कुमारी एवं टीम, द्वितीय पुरस्कार दिया प्रमाणिक एवं टीम को दिया गया. कार्यक्रम का संचालन साईंमा नाज़ एवं धन्यवाद ज्ञापन ऋतू सिंह ने किया. इस अवसर पर कॉलेज की शिक्षिकाएं डॉ. सूरीना भुल्लर सिंह, पामेला घोष दत्ता, पूनम कुमारी, अर्चना कुमारी, गायत्री कुमारी, अमृता चौधरी, मौसमी दत्ता गैर शैक्षणिक कर्मचारी अंजली गणेशन, निक्की सिंह, सुदीप प्रमाणिक, अभिजीत दे, बीरेंद्र पाण्डेय, जुलियन अंथोनी एवं सभी विद्यार्थियों ने उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाया.