- पब्लिक पॉलिसी एंड सस्टेनेबल लीडरशिप और पब्लिक ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट की होगी पढ़ाई
- आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून, क्लास शुरू होंगी 28 जुलाई से
फ़तेह लाइव,डेस्क
देश के प्रमुख प्रबंधन संस्थानों में शामिल एक्सएलआरआइ– जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, जमशेदपुर ने दो नए कोर्स लॉंच किए हैं. पब्लिक पॉलिसी एंड सस्टेनेबल लीडरशिप ( पीपीएसएल) और पब्लिक ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट ( पीएचआरएम) नामक उक्त कोर्स की पढ़ाई हाइब्रिड मॉडल से हो सकेगी. इन पाठ्यक्रमों को भारत सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के सहयोग से विकसित किया गया है. ये कार्यक्रम विभिन्न क्षेत्रों के वर्किंग प्रोफेशनल के लिए ख़ास तौर पर डिजाइन किया गया है. इसमें सिविल सर्विसेज, कॉर्पोरेट सेक्टर, गैर सरकारी संगठन और डेवपलमेंट एजेंसियों से जुड़े अभ्यर्थी शामिल हो सकेंगे.
ये पाठ्यक्रम हाइब्रिड मोड में संचालित होंगे. अभ्यर्थी ऑनलाइन कक्षा कर सकेंगे साथ ही उन्हें अपने कोर्स के दौरान दो बार एक्सएलआरआइ कैंपस में रह कर पढ़ाई करनी होगी. पब्लिक पॉलिसी एंड सस्टेनेबल लीडरशिप ( पीपीएसएल) में 6 मॉड्यूल होंगे, प्रत्येक 30 घंटे के, जबकि पब्लिक ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट ( पीएचआरएम) में 3 मॉड्यूल होंगे, प्रत्येक 60 घंटे के. इस प्रकार कुल 180 घंटे की एकेडमिक रूप से समृद्ध शिक्षा दी जाएगी. पीएचआरएम कार्यक्रम के निदेशक प्रो. एमजी जोमन और पीपीएसएल कार्यक्रम के निदेशक प्रो. कल्याण भास्कर ने कहा, “इन कार्यक्रमों के ज़रिये हम ऐसे लीडर तैयार करना चाहते हैं जो न सिर्फ प्रशासनिक दक्षता रखते हों बल्कि नैतिक मूल्यों और सामाजिक सरोकारों से भी जुड़े हों.” इन पाठ्यक्रमों का उद्देश्य न केवल लोक प्रशासन और नीति निर्माण को मजबूती देना है, बल्कि कॉर्पोरेट व गवर्नेंस जगत के अनुभवों को जोड़ते हुए भविष्य के लिए व्यावहारिक और समावेशी दृष्टिकोण विकसित करना भी है.
कोर्स से जुड़ी मुख्य जानकारियाँ:
•अवधि: 1 वर्ष
•शुरुआत: 28 जुलाई, 2025
•आवेदन की अंतिम तिथि: 30 जून, 2025
पाठ्यक्रमों की विशेषताएँ:
•विविध प्रतिभागी समूह: सिविल सेवा, निजी क्षेत्र, एनजीओ और विकास क्षेत्र के प्रोफेशनल
•भारत सरकार के सरकारी प्रायोजन: ग्रुप ‘ए’अधिकारियों के लिए डीओपीटी के माध्यम से
•कोर्स में न्यूनतम अवधि : सप्ताहांत की ऑनलाइन कक्षाएँ और दो बार कैंपस में शैक्षणिक रेजिडेंसी
•प्रख्यात फैकल्टी: एक्सएलआरआई के प्रोफेसर और उद्योग जगत के विशेषज्ञों की साझा शिक्षण टीम
•दीक्षांत समारोह: पाठ्यक्रम पूर्ण होने पर औपचारिक समापन समारोह