फतेह लाइव, रिपोर्टर.
देश के रत्न, उद्योगपति और संवेदनशील व्यक्ति, टाटा संस के चेयरमैन एमेरिटस रतन टाटा जी के निधन की खबर से स्तब्ध हूं, दुखी हूं। उनका जाना न केवल उद्योग जगत, बल्कि संपूर्ण भारत के लिए अपूरणीय क्षति है।
उनके कुशल नेतृत्व में टाटा ग्रुप की कंपनियों ने देश के विकास में अहम योगदान दिया। देश की अर्थव्यवस्था, व्यापार और उद्योग को गति देने के साथ ही युवा उद्यमियों को भी उन्होंने काफी बढ़ावा दिया। राष्ट्र सेवा में उनके अमूल्य योगदान के लिए देश सदैव उनका ऋणी रहेगा।
महाप्रभु जगन्नाथ उनको अपने निजधाम में स्थान दें। उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। ॐ शांति।
रतन टाटा का झारखंड और जमशेदपुर के प्रति काफी गहरा लगाव था। मैंने टाटा स्टील में बतौर कर्मी काम किया था। तब से लेकर मेरे मुख्यमंत्रीत्व काल और अब तक उनका सानिध्य प्राप्त हुआ।
मोमेंटम झारखंड के दौरान मैंने उनसे रांची में एक कैंसर अस्पताल खोलने का आग्रह किया। उन्होंने इसे सहर्ष स्वीकार किया। तस्वीरें 10 नवंबर 2018 की है, जब वे स्वयं अस्पताल के शिलान्यास समारोह में शामिल हुए थे। श्री रतन टाटा बेहतरीन उद्योगपति होने के साथ संवेदनशील इंसान भी थे। उनके पास ज्ञान का भंडार था। उनका जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। उनके साथ बिताए पल मुझे सदा प्रेरणा देते रहेंगे।