फतेह लाइव, रिपोर्टर.

पोटका के आदिवासी कला एवं संस्कृति भवन पावरु में आदिवासी भूमिज अनोलिया गावता की और से आदिवासी भूमिज भाषा को लिखित रूप में विभिन्न विषय पर लेखन के बारे में विचार निवास हुआ। जिसमें आदिवासी परंपरा, लोककथा, कविता, लेख, कहानी ,इतिहास, साहित्य, व्याकरण, प्रवाद वाक्य आदि के साथ सामाजिक संगठन भूमिज भाषा शब्दकोश, व्याकरण, गीत, आदि के बारे में विस्तार से चर्चा हुई।

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इस बैठक में अलग-अलग विषय पर लिखने का निर्णय लिया। बैठक में कई लेख एवं कविता प्रस्तुति किया गया। जिसमें भूमिज पहचान क्या है, विस्थापन दर्द, हमारी पहचान, भूमिज भाषा ऐसा क्यों, (भूमिज भाषा नेका दो चियारेया)। कई गीत भी गीतकारो ने प्रस्तुत किया, जो समाज में दिशा देने का काम में आएगा। आदिवासी भूमिज समाज के सलाहकार सदस्य सिद्धेश्वर सरदार, अनोलिया गावता के सचिव जयपाल सिंह सरदार, रथु सिंह सरदार, पशुपति समाद, गुना राम सरदार, आदि उपस्थित रहे।

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