फतेह लाइव, रिपोर्टर.
बीआईटी सिंदरी के विद्युत अभियांत्रिकी विभाग द्वारा आयोजित विद्युत वाहनों और उनके प्रमुख घटकों पर कार्यशाला का दूसरा दिन सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। कार्यशाला के संयोजक डॉ. राहुल कुमार और डॉ. मुरली मनोहर ने बताया कि आज के सत्र में भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों से 100 से अधिक प्रतिभागियों ने हाइब्रिड मोड में भाग लिया।
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दिन का मुख्य आकर्षण सिंगापुर के नेशनल यूनिवर्सिटी के इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग के पोस्टडॉक्टोरल फेलो डॉ. अद्रीश भौमिक का प्रेरणादायक प्रस्तुतीकरण था। डॉ. भौमिक का प्रस्तुतीकरण, “भारतीय संदर्भ में विद्युत वाहन प्रौद्योगिकी में उभरते रुझान” शीर्षक से, विद्युत वाहन प्रौद्योगिकी में नवीनतम प्रगति और रुझानों पर प्रकाश डालता है। विशेष रूप से भारतीय बाजार के लिए उन्होंने वर्तमान में विद्युत वाहनों में उपयोग किए जाने वाले विभिन्न प्रकार के विद्युत मोटरों और उनके प्रदर्शन मेट्रिक्स पर भी चर्चा की।
इस सत्र का संचालन डॉ. दीपेश कुमार और डॉ. राजेश नारायण देव ने कुशलतापूर्वक किया। इस आयोजन की शोभा बढ़ाने वालों में विभागाध्यक्ष डॉ. एमडी. अबुल कलाम, शैक्षणिक डीन प्रोफेसर डी. के. तांती, प्रोफेसर प्रवीन कुमार, डॉ. अमित चौधरी, डॉ. आलोक मनस दुबे, प्रोफेसर आर. रोहन, डॉ. बिस्वारंजन मिश्रा और प्रोफेसर मत्ता मणि शंकर उपस्थित थे। यह कार्यशाला विद्युत वाहन प्रौद्योगिकी पर ज्ञान विनिमय और चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में काम करना जारी रखती है, जिसका उद्देश्य इस क्षेत्र में नवाचार और विकास को बढ़ावा देना है।