फतेह लाइव, रिपोर्टर.
झारखंड के रांची रेल मंडल में आरपीएफ के कमांडेंट पवन कुमार द्वारा निर्देशित गांजे को पकड़ने का लगातार अभियान ऑपरेशन नार्कोस के तहत कारगर सिद्ध हो रहा. उसी क्रम में बुधवार को रांची रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ की फ्लाइंग टीम, आरपीएफ रांची तथा सीआईबी रांची की संयुक्त कार्रवाई में बड़ी सफलता मिली है. रांची स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर ओवरब्रिज के नीचे तीन संदिग्ध व्यक्तियों को बैगों में भारी सामान के साथ बैठे देखा गया.
संदेह होने पर इन तीनों व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया, और उनके बैगों में मारिजुआना पाए जाने की पुष्टि हुई. संदिग्ध व्यक्तियों के नाम चंदा कुमार चौधरी (27 वर्ष), बक्सर (बिहार), अभिषेक प्रधान (31 वर्ष), बक्सर (बिहार), उपेंद्र चौधरी (36 वर्ष), बक्सर (बिहार) मिलाl जांच में पाया गया कि इनके पास कुल 8 बोरियों में 45 किलोग्राम गांजा था. सहायक सुरक्षा आयुक्त, अशोक कुमार सिंह की उपस्थिति में सभी पैकेटों की डीडी किट से जांच की गई, जो पॉजिटिव पाई गई. गांजा की कीमत लगभग ₹4,50,000/- बताई जा रही है. सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद, गांजा और संदिग्धों के मोबाइल फोन को जब्त कर लिया गया और आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए जीआरपी रांची को सौंप दिया गया. मामले में केस दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है.
ये आरपीएफ अधिकारी तथा स्टाफ रहे मौजूद
निरीक्षक शिशुपाल कुमार, उपनिरीक्षक सोहन लाल और कमल दास स्टाफ पवन कुमार, एएसआई रवि शेखर, स्टाफ एमडी अलीम, आर.के. सिंह, हेमंत, डी के जीतरवाल, वी एल मीना थे.