ऑटो में भाड़ा भी मार रहें और मोदी का प्रचार भी करते हैं, गुटबाजी से बनाई दूरी
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
इन दिनों देशवासी चुनाव के रंग में रंगे हुए हैं. राजनीतिक पार्टी के नेताओं में खासा उत्साह बनते ही दिख रहा है. विभिन्न दलों के लोग अपने उम्मीदवार के लिए चुनाव प्रचार में एढ़ी चोटी किये हुए हैं. ऐसे में जमशेदपुर में एक राष्ट्रीय पार्टी के कार्यकर्त्ता भी अपने अंदाज में अपनी पार्टी का चुनाव प्रचार करके जमशेदपुर के लोगों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं. उनका चुनाव प्रचार इसलिए खास और अनोखा है कि वह दूसरों की तरह बड़े बड़े नेताओं के साथ आलीशान प्रतिष्ठानों या फिर होटलों में अपने नेता का प्रचार नहीं कर रहे हैं, बल्कि उन्होंने अपने ऑटो को ही प्रचार वाहन बना डाला है. सुबह पांच बजे स्टील एक्सप्रेस का किराया ढूंढने के लिए घर से निकलते हैं और रात की स्टील एक्सप्रेस से यात्री खोजने तक वह प्रचार करते कहीं भी दिख सकते हैं.
जी हां हम बात कर रहे हैं भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य गुरप्रीत सिंह राजा की. जो अपने कर्म के साथ साथ देश में होने वाले महापर्व में भी अपना योगदान निभा रहे हैं. बकौल राजा यह जरुरी नहीं की चुनाव प्रचार के लिए महंगी गाड़ियां हो. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को तीसरी बार प्रधानमंत्री के तौर पर देखना है. इसके लिए वह अपनी पार्टी का दायित्व निभा रहे हैं. चूंकि घर चलाने के लिए कमाई भी जरुरी है, इसलिए उन्होंने यही तरीका अपनाया. ऑटो में वह आम लोगों से उनकी राय लेते हैं. इससे उन्हें बेहतर तजुर्बा मिलता है कि उनकी पार्टी के प्रति जनता क्या सोचती है. लोग अपने पन में बहुत सी बातें करते हैं.
एक सिख होने और पार्टी के लिए अन्य कार्यकर्ताओं के साथ प्रचार करने के सवाल पर गुरप्रीत दुखी मन से कहते हैं कि उनके नेता भाईयों के बीच जो गुटबाजी चल रही है उससे अच्छा यही है कि अलग रहकर ही कार्य करूँ. मोदी जी के विचार जनता के बीच रखूं. वहीं धार्मिक मंच से राजनीति करने वाले नेताओं के बारे भी गुरप्रीत सिंह की राय है कि जमशेदपुर के सिख समाज में जो हो रहा है वह उसके पक्षधर नहीं हैं. बता दें कि राजा ओड़िसा के संबलपुर, झारसुगुड़ा, राउरकेला और भुनेश्वर तक भाजपा की राजनीति में सक्रिय हैं.