फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर स्थित जुगसलाई गौशाला में विगत 6 अगस्त को हुई दुर्घटना को लेकर गौ सेवा आयोग ने अपना कड़ा रुख अख्तियार करते हुए टाटानगर गौशाला का भ्रमण किया। इस दौरान अनियमितता पाए जाने पर आयोग द्वारा गौशाला प्रबंधन के पदाधिकारियों को जमकर फटकार लगाई गई और 7 दिनों के अंदर इस मामले में जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया।
टाटानगर गौशाला परिसर में इन दोनों कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है। कंस्ट्रक्शन के काम के दौरान खोदे गए गड्ढे के किनारे गाय वाले शेड का छत गिर जाने की वजह से तीन गाभिन गायों की मौत हो गई और एक गए गंभीर रूप से घायल हो गई थी। घटना की जानकारी मिलने के बाद आयोग पूरी तरह से गंभीर हो गया है। आयोग के अध्यक्ष राजीव सिंह रविवार को टाटानगर गौशाला पहुँचे। इनके साथ आयोग के उपाध्यक्ष राजू गिरी भी मौजूद थे। जहाँ आयोग द्वारा पूरे गौशाला का भ्रमण किया गया।
इस दौरान समिति द्वारा गाय के रख रखाव व व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया गया। घटना में टाटानगर गौशाला समिति की लापरवाही देखी गई। लापरवाही देखते ही आयोग के प्रतिनिधि टाटानगर गौशाला प्रबंधन पर भड़क उठे और टाटानगर गौशाला प्रबंधन को जमकर फटकार लगाई। इतना ही नही प्रबंधन द्वारा आयोग की किया जा रहे स्वागत सत्कार को भी आयोग द्वारा नकार दिया गया।
जानकारी देते हुए आयोग के अध्यक्ष राजीव सिंह ने कहा कि आयोग के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए सुरक्षा के मानकों का ख्याल ना रखते हुए टाटानगर गौशाला समिति द्वारा कंस्ट्रक्शन का काम करवाया जा रहा है, जो की साफ तौर पर प्रबंधन की लापरवाही को उजागर करता है। उन्होंने कहा कि आयोग को समिति द्वारा जो भी जानकारी दी गई है, उससे साफ-सही रो रहा है कि समिति द्वारा गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आयोग इस मामले को गंभीरता से देख रही है। कल इन्हें नोटिस देकर 7 दिनों के अंदर इनसे जवाब तलब किया जाएगा और अगर आयोग इनके जवाब से संतुष्ट नहीं होता हैं तो इन पर कार्रवाई निश्चित की जाएगी। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि पूरी तरह से समिति द्वारा लापरवाही कर इस घटना को आमंत्रित किया गया है। इसके जिम्मेदार टाटानगर गौशाला प्रबंधन कमेटी है।