फतेह लाइव रिपोर्टर घाटशिला
जिला अंधापन नियंत्रण कार्यक्रम खासमहल एवं दृष्टि सुरक्षा केंद्र तमाड़ रांची के सहयोग से अनुमंडल अस्पताल घाटशिला में प्रत्येक शनिवार को निशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर का आयोजन किया जा रहा है. नेत्र रोग से परेशान मरीजों की जांच के बाद ऑपरेशन किया जा रहा है. शिविर में ऑपरेशन कराने वाले मरीजों को लेंस, दवा, चश्मा एवं भोजन निशुल्क दिया जा रहा है. अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ आरएन सोरेन एवं जिला की स्वास्थ्य विभाग की टीम के अथक प्रयास से इस सुदूरवर्ती क्षेत्र में ऑपरेशन का कार्यक्रम संभव हो पाया है.
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अभी तक कुल 18 मरीजों का सफलतापूर्वक लेंस प्रत्यारोपण के साथ ऑपेरशन हो चुका है . शिविर में ऑपेरशन मैन्युअल फेको (एसआईसीएस ) विधि द्वारा बिना टांका लगाए किया जाता है. सभी ऑपेरशन नेत्र सर्जन डॉ देब कुमार महतो के द्वारा किया गया है. अनुमंंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ आर.एन. सोरेन ने बताया कि भारत सरकार के नेत्र ज्योति अभियान के तहत सभी सहिया दीदी को मोतियाबिंद स्क्रीनिंग का प्रशिक्षण दिया जा चुका है.
उनके द्वारा प्रत्येक गांव में स्क्रीनिंग कर मरीजों को लाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि मार्च 2025 तक 1000 मोतियाबिंद ऑपेरशन का लक्ष्य रखा गया है. उपाधीक्षक द्वारा सभी आमजन से इस शिविर का लाभ उठाने की अपील की गई है.ज्ञात हो कि घाटशिला अनुमंडल क्षेत्र में सरकारी अस्पतालों में नेत्र जांच एवं ऑपरेशन की व्यवस्था नहीं होने के कारण इसका लाभ विभिन्न शिविरों के माध्यम से लोगों को दिया जाता था.
इसके कारण कई लोग मोतियाबिंद ऑपरेशन के नाम पर ठगी के शिकार भी हो चुके हैं. पिछले एक वर्ष पूर्व जमशेदपुर के केसीसी अस्पताल द्वारा कीताडीह गांव के एक वृद्ध का मोतियाबिंद ऑपरेशन के नाम पर आंख खराब करने का मामला भी सामने आया था इस मामले में जांच कमेटी भी बनी थी लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकल पाया घाटशिला अनुमंडल अस्पताल में पहली बार नेत्र ऑपरेशन की सुविधा उपलब्ध होने से लोगों को काफी सहूलियत होगी. इसका लाभ अभी तक कई लोग उठा चुके हैं.