फतेह लाइव, रिपोर्टर.
सिख पंथ के बानी (संस्थापक) एवं संसार वासियों को मानवता का संदेश देने वाले श्री गुरु नानक देव जी के 555वें आगमन पर्व पर लौहनगरी भक्तिमय रही. इस मौके पर श्री गुरुग्रंथ साहेब की रहनुमाई एवं पंज प्यारों की अगुवाई में सोनारी गुरुद्वारा से विशाल नगर कीर्तन की शुरुआत हुई. उससे पहले सोनारी गुरुद्वारा में प्रधान तारा सिंह के नेतृत्व में कई अतिथियों को सम्मानित किया गया. इस दौरान सीजीपीसी के पूर्व प्रधान एवं झारखंड सिख समन्वय समिति के संरक्षक गुरमुख सिंह मुखे एवं उनकी पूरी टीम को विशेष रूप से सम्मानित किया गया.
इस मौके पर मुखे ने जमशेदपुर वासियों को प्रकाश पर्व की बधाई देते हुए उनके बताये मार्ग पर चलने का संदेश दिया गया. वहीं इंदर सिंह ने भी कहा कि गुरु नानक देव जी ईर्ष्या के खिलाफ थे. उसका अनुसरण हमारे समाज के आगू करने लगेंगे तो सारे विवाद जमशेदपुर से समाप्त हो जायेंगे.
सम्मानित होने वालों में झारखंड सिख समन्वय के सलाहकार अवतार सिंह भाटिया, महासचिव बलजीत सिंह, दलजीत सिंह दल्ली, दलजीत सिंह संधू उर्फ बिल्ला, त्रिलोक सिंह, तरसेम सिंह सेमे, निर्मल सिंह, महासचिव जसबीर सिंह पदरी, वरीय उपाध्यक्ष इंदर सिंह इंदर, गुरदेव सिंह, सलखन सिंह, हरविंदर सिंह मंटू, अजीत सिंह गंभीर आदि शामिल हैं.