फतेह लाइव, रिपोर्टर
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत दूसरा टेस्ट मैच से एडिलेड में 6 दिसंबर से खेला जाएगा. ये मैच डे-नाइट होगा और इसमें पिंक बॉल का इस्तेमाल होगा. पर्थ में शानदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय टीम की निगाहें एडिलेड में 4 साल पुराना बदला चुकता करने पर होगी. साल 2020 में एडिलेड में ही पिंक-बॉल टेस्ट खेला गया था. भारतीय टीम उस मैच में 36 रन पर आउट हो गई थी. हालांकि, वह सीरीज जीतने में सफल रही थी. भारतीय टीम दूसरे टेस्ट में आत्मविश्वास से लबरेज होकर मैदान पर उतरेगी. आत्मविश्वास इसका कि पर्थ में पहली पारी में 150 पर आउट होने के बाद 295 रन से जीत दर्ज की. आत्मविश्वास इसका भी कि 2016 के बाद से वह कभी बॉर्डर-गावस्कर नहीं हारी.
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जहां ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपनी प्लेइंग इलेवन का ऐलान कर दिया है. जहां जोश हेजलवुड की जगह टीम में स्कॉट बोलैंड को मौका मिला है. वहीं संभावना जताई जा रही है कि, भारतीय टीम में कम से कम 2 बदलाव होंगे. रोहित शर्मा और शुभमन गिल की वापसी होगी. देवदत्त पडिक्कल और ध्रुव जुरेल को बेंच पर बैठना होगा. वहीं यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ओपनिंग करेंगे जबकि कप्तान रोहित शर्मा बीच में किसी भी पोजिशन पर खेल सकते हैं. साथ ही वॉशिंगटन सुंदर की जगह रविंद्र जडेजा को मौका मिल सकता है. ऑस्ट्रेलिाय की बात करें तो जोश हेजलवुड चोटिल हैं.
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भारत और ऑस्ट्रेलिया हेड टू हेड रिकॉर्ड
ऑस्ट्रेलिया में भारत ने टेस्ट मैच खेले हैं. इसमें से सिर्फ 10 में जीत मिली है और 30 में हार का सामना करना पड़ा है. खास बात ये है कि इन 10 में से 5 जीत पिछले 2 दौरों और मौजूदा दौरे में मिली हैं. ऑस्ट्रेलिया ने अब तक खेले गए 12 पिंक-बॉल टेस्ट में से 11 जीते हैं. वह 2024 में वेस्टइंडीज के खिलाफ हारी थी. भारत ने 4 डे-नाइट टेस्ट में से 3 जीते हैं. इसमें से उनकी एकमात्र हार 2020-21 सीरीज के दौरान एडिलेड में हुई थी टीम दूसरी पारी में 36 रन पर आउट हो गई थी. एडिलेड ओवल के पिच क्यूरेटर डेमियन हॉफ ने पुष्टि की है कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट मैच में विकेट पर घास की एक समान परत होगी. सटीक तौर पर 6 मिमी. बुधवार 4 दिसंबर को प्रेस से बात करते हुए हॉफी ने कहा कि परिस्थितियां तेज गेंदबाजों के लिए मददगार होंगी.
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एडीलेड में मौसम रिपोर्ट
वहीं एडिलेड के मौसम की बात करें तो, यहां बारिश की संभावना है. एडिलेड ओवल के पिच क्यूरेटर डेमियन हफ ने मौसम की जानकारी देते हुए कहा कि, शुक्रवार को ऐसा लग रहा है कि आंधी-तूफान आ सकता है. साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे ठीक से नहीं पता कि ये तूफान कब आएगा, लेकिन हमें उम्मीद है कि शुक्रवार को हमें कवर की जरूरत पड़ेगी. उम्मीद है कि शनिवार की सुबह मौसम साफ हो जाएगा, फिर टेस्ट के बाकी बचे मैचों के लिए मौसम ठीक रहेगा.
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दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग 11
भारत : यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, शुभमन गिल, विराट कोहली, ऋषभ पंत, रोहित शर्मा, नितीश रेड्डी, वाशिंगटन सुंदर/रविंद्र जडेजा, हर्षित राणा, मोहम्मद सिराज, जसप्रीत बुमराह।.
ऑस्ट्रेलिया : उस्मान ख्वाजा, नाथन मैकस्वीनी, मार्नस लाबुशेन, स्टीव स्मिथ, ट्रैविस हेड, मिचेल मार्श, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), पैट कमिंस (कप्तान), मिचेल स्टार्क, नाथन लियोन, स्कॉट बोलैंड.
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पिंक बॉल क्या है?
जब भी डे-नाइट टेस्ट मैच का आयोजन होता है तो उसमें पिंक बॉल का इस्तेमाल किया जाता है. इसका कारण रात में लाइट्स अंडर पिंक बॉल की विजिबिलिटी रेड बॉल से बेहतर होती है.
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पिंक बॉल और रेड बॉल में अंतर
पिंक बॉल पर रेड बॉल के मुकाबले एक स्पेशल कोटिंग होती है. इस कोटिंग को Polyurethane कोटिंग कहते हैं. इससे गेंद को ज्यादा लंबे समय तक चमकदार रखा जा सकता है. शाइन लंबा चलने से गेंद ज्यादा स्विंग भी होती है. पिंक बॉल को 40 ओवर तक आसानी से स्विंग किया जा सकता है. कभी तो 40 ओवर के बाद भी गेंद स्विंग होती है. फिर पुरानी गेंद से रिवर्स स्विंग भी मिलने की उम्मीद होती है. जबकि रेड बॉल पर सफेद धागे से सिलाई की जाती है. वहीं पिंक बॉल पर काले कलर के धागे से सिलाई की जाती है. इसको भी बेहतर बिजिबिलिटी के लिए इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि, पिंक बॉल में कुछ अच्छाइयां हैं तो कुछ दिक्कतें भी हैं. इसका मतलब ये है कि जिन खिलाड़ियों को कलर विजन की समस्या होती है उनके लिए इस गेंद की लाइन और लेंथ को जज करना मुश्किल होता है.