- मजदूरों के हक में आवाज उठाते हुए कार्यक्रम हुआ ऐतिहासिक
फतेह लाइव, रिपोर्टर
1 मई को गिरिडीह में भाकपा माले और असंगठित मजदूरों ने अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस का आयोजन किया. भारी वर्षा और ओला वृष्टि के बावजूद हजारों मजदूर और उनके परिवार इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल हुए. इस मौके पर गिरिडीह के विधायक अरूप चटर्जी, पूर्व विधायक विनोद सिंह, पूर्व विधायक राजकुमार यादव, एक्टू के भारत स्तर के नेता सुमेंदु सेन, पोलित ब्यूरो सदस्य हलदर महतो और आर वाई ए महासचिव नीरज कुमार समेत सैकड़ों नेता मौजूद थे. कार्यक्रम की शुरुआत झंडोतोलन से हुई, उसके बाद शहीद वेदी पर पुष्प अर्पित कर तमाम शहीद मजदूरों को श्रद्धांजलि दी गई. इस अवसर पर विभिन्न नारे भी लगाए गए जैसे “मजदूर विरोधी श्रम कानून रद्द करो”, “महंगाई, बेरोजगारी पर रोक लगाओ”, और “ठेकेदारी की नीतियों के खिलाफ संघर्ष तेज करो!”
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मजदूरों के अधिकारों के लिए संघर्ष का संकल्प
कार्यक्रम के दौरान विधायक अरूप चटर्जी और पूर्व विधायक विनोद सिंह ने कहा कि आज जबकि हम अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मना रहे हैं, केंद्र सरकार मजदूरों के पक्ष में बने 44 श्रम कानूनों को खत्म कर 4 श्रम संहिता लागू करने पर जोर दे रही है. उन्होंने कहा कि हम मजदूरों के अधिकारों को छीने जाने की अनुमति नहीं देंगे और इसके खिलाफ सड़क से सदन तक संघर्ष करेंगे. वहीं, पूर्व विधायक राजकुमार यादव और जिला सचिव अशोक पासवान ने कहा कि 1886 में शिकागो में काम के घंटे को कम करने के लिए हजारों मजदूरों ने शहादत दी, जो आज भी हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है.
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मजदूरों की एकता और संघर्ष के लिए 20 मई को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान
माले के पोलित ब्यूरो सदस्य हलदर महतो और किसान नेता पूरण महतो ने कहा कि कारखानों में शोषण, दमन और असमानता की स्थिति दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. उन्होंने मजदूर वर्ग के अंदर राजनीतिक चेतना विकसित करने और गोलबंदी की आवश्यकता पर जोर दिया. साथ ही उन्होंने 20 मई को होने वाली देशव्यापी आम हड़ताल को ऐतिहासिक बनाने का आह्वान किया. इस भव्य कार्यक्रम में विधायक अरूप चटर्जी, पूर्व विधायक विनोद सिंह, राजेश कुमार सिंन्हा, कामरेड पूरण महतो, कामरेड सुवेंदु सेन, दीपक कुमार गोस्वामी और कई अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित थे.