फ़तेह लाइव,डेस्क
साकची गुरुद्वारा में हरविंदर सिंह मंटू द्वारा स्वयं को प्रधान बनाने की घोषणा के बीच जसबीर सिंह गांधी ने भी “मुझे भी प्रधान बनाया जाए” का दावा ठोंक दिया है। सीजीपीसी एवं पांच सदस्य चुनाव समिति को पत्र लिख उम्मीदवार जसवीर सिंह गांधी ने प्रधान घोषित करने की मांग की है। शनिवार को जसवीर सिंह गांधी ने सीजीपीसी को पत्र लिख अपनी व्यथा व्यक्त की है। प्रत्याशी जसबीर सिंह गांधी ने खुद के प्रधान बनने के लिए दो प्रमुख कारण गिनाए हैं। पहला उम्मीदवार हरविंदर सिंह मंटू चुनाव प्रक्रिया पूरी करने से पहले ही खुद को प्रधान घोषित कर चुके हैं और उन्होंने गुरुद्वारा साहिब में अरदास करवाई तथा प्रधान बनने की खुशी में जुलूस निकाला। शहर के सभी अखबारों में इस आशय का समाचार भी उन्होंने छपवाया। ऐसा कर उन्होंने चुनावी प्रक्रिया को सीधे ठेंगा दिखाया है और उसकी उम्मीदवारी खारिज की जानी चाहिए।
दूसरा कारण गिनाया है कि सरदार परमजीत सिंह काले शहर से बाहर चले गए हैं अर्थात उनकी चुनाव में रुचि नहीं है। ऐसे में चुनावी प्रक्रिया का पालन करने वाले वे ही एकमात्र उम्मीदवार है और ऐसे में उनका निर्विरोध निर्वाचित किए जाने की घोषणा होनी चाहिए। साकची में जसबीर सिंह गांधी ने कहा इस स्थिति में सीजीपीसी की पाँच सदस्यीय चुनाव समिति के सदस्य अमरजीत सिंह भामरा, नरेंद्रपाल सिंह भाटिया, परविंदर सिंह सोहल, सुरजीत सिंह और लखविंदर सिंह मंटू को अयोग्य घोषित कर उन्हें (जसबीर सिंह गांधी) को प्रधान नियुक्त करने की घोषणा करें। जसबीर सिंह गांधी ने कहा सीजीपीसी की चुनाव समिति ने प्रधान पद के लिए तीन उम्मीदवारों को योग्य घोषित किया गया था जिसमे से एक प्रत्याशी परमजीत सिंह काले प्रक्रिया के लिए उपस्थित नहीं हो रहें है और हरविंदर सिंह मंटू अपने आप को प्रक्रिया के विरुद्ध पहले ही प्रधान घोषित कर चुके हैं इस लिहाज से प्रधान पद के लिए कसौटी पर वे (जसबीर सिंह गांधी) ही अकेले खरे उतरते हैं तो उन्हें ही प्रधान बना दिया जाना चाहिए।