- उप विकास आयुक्त नागेन्द्र पासवान की अध्यक्षता में कार्यशाला संपन्न
- गांव-गांव तक साफ-सफाई का संदेश पहुंचाने का आह्वान
- प्रत्येक स्तर पर विभागीय समन्वय और जनभागीदारी से ही मिलेगी सफलता
फतेह लाइव, रिपोर्टर
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के निर्देशानुसार स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 के तहत स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 की तैयारियों को लेकर समाहरणालय सभागार में एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता उप विकास आयुक्त नागेन्द्र पासवान ने की. उन्होंने बताया कि यह सर्वे 26 जून 2025 से अगस्त 2025 तक संपन्न होगा, जिसमें गांव, प्रखंड और जिला स्तर पर स्वच्छता के विभिन्न मानकों के आधार पर रैंकिंग तय की जाएगी. उप विकास आयुक्त ने स्पष्ट किया कि रैंकिंग से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है लोगों के जीवन में स्थायी स्वच्छता व्यवहार को समाहित करना. कार्यक्रम में कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल, जमशेदपुर और आदित्यपुर ने बताया कि इस सर्वे का संचालन जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया जा रहा है और एक स्वतंत्र एजेंसी “एकेडमी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज” ग्राम स्तर पर मूल्यांकन करेगी.
इसे भी पढ़ें : Jamshedpur : ‘Snake Savers’ टीम को मान्यता दिलाने भाजपा नेता अंकित आनंद ने सौंपा ज्ञापन
रैंकिंग नहीं, स्थायी स्वच्छता व्यवहार है असली लक्ष्य
कार्यशाला में बताया गया कि स्वच्छता के अंतर्गत शौचालयों की स्थिति, ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन, प्लास्टिक वेस्ट का निस्तारण, स्रोत पर कचरे का पृथक्करण जैसे बिंदुओं पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. उप विकास आयुक्त ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि सर्वे टीम के आगमन से पूर्व मोबाइल एप के माध्यम से फीडबैक और जरूरी डेटा अपडेट कर लिया जाए. पीपीटी के माध्यम से सभी प्रतिभागियों को स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के लक्ष्यों, प्रक्रिया और तकनीकी मानकों की विस्तृत जानकारी दी गई. कार्यपालक अभियंता ने बताया कि नागरिक गूगल प्ले स्टोर से SSG-2025 एप डाउनलोड कर सकते हैं, जिसके माध्यम से वे 13 अलग-अलग बिंदुओं पर अपनी राय साझा कर सकते हैं, जैसे सार्वजनिक परिसंपत्तियों की सफाई, जल स्रोतों की स्थिति, विद्यालयों और अस्पतालों की स्वच्छता इत्यादि.
इसे भी पढ़ें : Jamshedpur : खतियान के आधार पर जाति प्रमाण पत्र से इनकार असंवैधानिक – सुधीर कुमार पप्पू
SSG-2025 एप से आम नागरिक भी दे सकेंगे अपनी राय
बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, डीपीएम जेएसएलपीएस, पंचायती राज विभाग, मनरेगा पदाधिकारी, और सभी प्रखंड वॉश समन्वयकों ने हिस्सा लिया. सभी प्रतिभागियों से अपेक्षा की गई कि वे अपने-अपने स्तर से सर्वेक्षण की सफलता सुनिश्चित करें और जनभागीदारी को प्राथमिकता दें. उप विकास आयुक्त ने कहा कि स्वच्छता केवल अभियान नहीं बल्कि सामाजिक उत्तरदायित्व है, जिसे निरंतरता और जनसहभागिता से ही सफल बनाया जा सकता है.