- सुदेश महतो बोले – सत्ता में लोग विचार रख सकते हैं पर विकास के विचार नहीं अपना सकते
फतेह लाइव, रिपोर्टर
आज, 1 जुलाई को पूर्वी सिंहभूम जिले में आयोजित एक भव्य मिलन समारोह में भाजपा से गिने-चुने नेता आजसू (जन अधिकार पार्टी) में शामिल हुए. कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्वी सिंहभूम जिलाध्यक्ष कन्हैया सिंह ने की. इसमें भाजपा नेता मउभण्डार प्रखंड प्रमुख रामदेव हेमब्रम ने, साथ ही सहबा हेमब्रम, बैजूनाथ सिंह, विकास साहू, कंचन हेमब्रम, चीकू राम, निहिर भगत कौशिक भगत, सुशील भगत, मोहन भगत एवं कांग्रेस नेता अमित पातर, सुनील पातार, टिंकू नायक, विक्की पातार, सागर पातर, सुभम संजीव, सूरज, ममता, राजीव केडी, महेंद्रजीत, अमित, कुशुम, अनिल कर्मकार, नितेन भगत, झामुमो नेता रफीक के नेतृत्व में मकबूल, राजा, इजाज, अकबर, इजराइल, साजन, तौसिक, विनय भगत, समीर काकी, रतन भगत, दोती भगत और निर्मल भगत समेत सैकड़ों ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. यह दर्शाता है कि आजसू अब भाजपा और कांग्रेस से खासी मजबूत हो रही है.
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विविध राजनैतिक पृष्ठभूमि से आए नेताओं ने आजसू में दिखाई एकजुटता
कार्यक्रम का आयोजन पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो द्वारा किया गया, जिन्होंने सभी नए सदस्यों को पार्टी पट्टा और माला पहनाकर औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल किया. महतो ने कहा, “घाटशीला ने आजसू को नेतृत्व करने की क्षमता दी है और आंदोलन की शुरुआत भी इसी धरती से हुई थी.” उन्होंने पूर्व शासन के प्रति कड़ा रुख दिखाते हुए कहा कि पांच लाख रोजगार देने के बजाए सरकार पांच हजार भी नहीं दे पाई. योजनाओं की बात तो खूब हुई लेकिन जमीन पर पलायन ही हुआ. वहीं खोखले वादों के चलते तीन-पांच लाख महिलाओं को मैया सम्मान निधि से वंचित रखा गया.
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महिला कल्याण योजनाओं में बड़े पैमाने पर अनियमितता का आरोप
पार्टी प्रधान महासचिव रामचंद्र सहिस ने कहा कि सरकार ने न केवल शहीद परिवारों का अपमान किया बल्कि उन पर लाठीचार्ज भी करवाया. “यही वह दल है जो स्वाभिमान की बात करता है, लेकिन इन वंशजों को चपरासी बनाकर अपमानित करता है.” सहिस ने बतया कि आजसू ने शहीद सिंधु कान्हू की वंशज मंगल मुर्मू को इंजीनियर बनाकर सम्मान दिया, जबकि सरकार ने शहीद परिवारों को माली के रूप में काम लगाया. इस घटना ने झारखंड की राजनीति में शोक और गुस्सा दोनों ही बढ़ा दिए हैं.
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शहीद परिवारों से जुड़े नेता बोले – सत्ता में आकर शोषण बंद नहीं हुआ
इस दौरान पार्टी सुप्रीमो महतो ने कहा कि “सत्ता में रह कर जो लोग सिर्फ विचार रखते हैं, वे विकास के विचारों के साथ खड़े नहीं हो सकते. आइये आजसू के साथ मिलकर इस क्षेत्र को आगे बढ़ाएं.” उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे गांव-गांव जाकर पार्टी सिद्धांत की शपथ दिलाएं. इस अवसर पर आजसू के कई गणमान्य नेता मौजूद थे, जिनमें कन्हैया सिंह, सुधीर सोरेन, भुगलू टुडू, शिवचरण मुर्मू, वीरेन बास्के, दुखु मरडी, लोथरो टुडू, सुना राम हांसदा सहित दर्जनों उपस्थित थे.
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आजसू ने दावा किया – विकास और सम्मान के नए युग की शुरुआत
समापन समारोह में कार्यक्रम का संचालन सुखलाल हेमब्रम ने किया, जबकि स्वागत भाषण जिलाध्यक्ष कन्हैया सिंह ने दिया. प्रमुख उपस्थित नेताओं में सागेन हांसदा, प्रवीण प्रभाकर, हरेलाल महतो, स्वप्न कुमार सिंहदेव, डोमन टुडू, लक्ष्मी मुंडा, राजू कर्मकार, रवि शंकर मौर्या, सत्यनारायण महतो, राजू कर्मकार, वन विहाती महतो, संजय मलाकार, अप्पू तिवारी, संजय सिंह, संतोष सिंह, मंगल टुडू, श्रवण सिंह सरदार, ललित सिंह, सुधित सिंह, हैरी अन्थोनी और अन्य का भी स्वागत हुआ. इस तरह आजसू पार्टी ने सियासी मायने में एक मजबूत कदम उठाते हुए धमाकेदार शुरुआत की है.