फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर में मिथिला समाज के मिथिलानियों द्वारा मिथिला सांस्कृतिक परिषद गोलमुरी में भव्य रूप से सावन महोत्सव का आयोजन माला चौधरी के नेतृत्व में मनाया गया. समाज के आंगन में मिथिलानियों द्वारा मनमोहक एवं आकर्षक कार्यक्रम के माध्यम से अपनी प्रतिभा को साझा किया गया.
पहली बार आयोजित हरियाली, उमंग, मस्ती के साथ देवों के देव महादेव को अर्पण सावन मास में गणेश वंदना के साथ सावन महोत्सव की शुरुआत हुई. संयोजक माला चौधरी ने बाबा भोलेनाथ और बाबा विद्यापति जी को वंदन करते हुए स्वागत संबोधन कर मिथिलानियों का अभिनंदन किया. माला ने महोत्सव के उद्देश्य को रेखांकित करते हुए इसे मां जानकी की पावन भूमि मिथिला की संस्कृति सभ्यता से जोड़ते हुए सावन महोत्सव में नृत्य,नाटिका और क्विज के मूल में अपनी संस्कृति को जीवंत कर युवतियों को प्रेरित करना लक्ष्य बताया.
इस अवसर पर नृत्य नाटिका रूपम द्वारा मिथिला का महापर्व मधुस्वार्णी का भाव पूर्ण प्रस्तुति कर भावभिवोर कर दिया. मिथिला समाज के पारंपरिक गीतों अंजू कात्यात्री, डेजी ठाकुर, नीलम झा, निर्मला मिश्रा, तथा सामूहिक नृत्य में अदिति अध्या, सरिता चौधरी और वंदना झा ने मिथिलानियों को मिथिला का दर्शन करा दिया.
क्विज सत्र के दौरान महिलाओं के बीच सामाजिक और सांस्कृतिक प्रश्नों का संचालन मधु झा और रंजना खां ने कुशलता पूर्वक किया. परिषद् के आंगन में पहली बार आयोजित सावन महोत्सव कार्यक्रम का कुशल संचालन रूबी झा ने कर ऐतिहासिक बना दिया. अंतिम पड़ाव में सावन की मस्ती में झूला झूलने की परम्परा को जीवित रखते हुए कार्यक्रम स्थल में ही आकर्षक तरीके से झूले को सजाया गया, जिसका महिलाओं के काफी आनन्द लिया. पारंपरिक भोज के रूप में मिथिलानियों को स्वादिष्ट व्यंजन परोसा गया.
संयोजक माला चौधरी ने सफल आयोजन के लिए अपने समाज के मिथिलानियों सहित मिथिला सांस्कृतिक परिषद जमशेदपुर के प्रति आभार व्यक्त किया. मुख्य भूमिका में गायत्री, घुली झा, विभा राय, पिंकी झा, रुनु,रूबी झा में थी.