फतेह लाइव, रिपोर्टर.
सीकेपी डिवीजन का अति महत्वपूर्ण सोने की अंडा देने वाली चिड़िया रेल मंडल के लिए टाटानगर स्टेशन अति महत्वपूर्ण है. गुरुवार के अंक में फतेह लाइव ने टिकट दलालों के हावी होने की खबर प्रकाशित की थी. शुक्रवार को उसकी रियलटी चेक करने फतेह लाइव की टीम गई. उन्होंने कुछ तस्वीरें भेजी, जो अववस्था का माहौल पैदा कर रही थी कि यहां कुछ सुधरने वाला नहीं. वही ईंट, वही हैंड राइटिंग. यह सब कुछ कल भी हुआ था. आरपीएफ की महिला जवान वहां मौजूद थी, जो अपने अच्छे काम की फोटो लेने पर भड़क गई.

यह कहना गलत नहीं होगा कि शुक्रवार को भी वहां टिकट दलालों को संरक्षण देने वालों की खेला चली. ईंट, फॉर्म देखकर वहां बैठी एक महिला जवान ने अच्छा कार्य किया. उन्होंने फॉर्म की एक एक कर जांच की. जो व्यक्ति वहां नहीं थे. उन फार्म को जब्त कर लिया. इसी बीच टिकट दलाली की खेला उजागर हुई, वह महिला जवान वरीय पत्रकार पर भड़क गई, फोटो लेने पर. दो तीन साहब आये और फतेह लाइव का आईडी मांगने लगे. कुछ टेम्पो चालक भी वहां खड़े हो गए, शायद टिकट दलाल के भाड़े के हो. इस पूरे घटनाक्रम के बीच आरपीएफ के घोष बाबू भी वहां प्रकट हो गए. खैर उन्होंने जो नियम कानून बताये है वह एक से डेढ़ साल के सीसीटीवी में उपलब्ध जरूर होंगे. जहां रेलवे ने लाखों करोड़ों खर्च कर इंटीग्रेटेड सुरक्षा प्रणाली में लगा रखे हैं.
खैर फतेह लाइव की आईडी घोष बाबू को दिखा दी गई है. अब भी स्टेशन पार्किंग की खेला, टिकट दलाली, रेलवे स्क्रैप चोरी, स्टेशन में अतिक्रमण की खेला ख़त्म नहीं होती है तो घोष बाबू जिम्मेदार होंगे, जो गरीब बाजार वालों को लात मारते हैं?, जिसकी तस्वीर फतेह लाइव के पास है.

टिकट दलाली की रोक थाम की खबर लिखने पर इतने अफसरों का आना और दिन भर दलालों को शह देना यह समझ से परे है. इसका उदाहरण डीआरएम स्टेशन चौक में बिना रूटिंग के आके देख सकते हैं. आर पी एफ के खाते में बाहरी टिकट दलाल घूम रहे हैं जो आते जाते रहते हैं, लेकिन काउंटर में टिकट दलाल रोजाना सक्रिय हैं. अजीत जैसे पुराने चेहरे पर भी सीसीटीवी ही गौर फरमा सकता है, आदि.

इन्हीं फोटो पर बिगड़ी महिला जवान और आ गए अधिकारी


