एक माह से गुप्त सूचना पर आरपीएफ आदित्यपुर इंस्पेक्टर एके सिंह के नेतृत्व में बिछाया गया था जाल, 14 पीस रेल लाइन बरामद
चरणजीत सिंह.
दक्षिण पूर्व रेलवे के आदित्यपुर स्टेशन आरपीएफ पोस्ट की टीम के हाथ एक बड़ी उपलब्धि उस वक्त लगी, जब सोमवार रात करीब एक बजे आदित्यपुर – टू स्थित रायडीह बस्ती में स्टॉक की गई रेल लाइन को चुराने की जुगत में तीन लोगों को रंगे हाथ दबोच लिया गया. गिरफ्तार लोगों में बागबेड़ा गाढ़ाबासा का स्क्रैप टाल संचालक वरुण सिंह भी शामिल है, जिसका गम्हरिया उषा मोड़ में अवैध स्क्रैप टाल भी संचालित है.
इसके अलावा उसका साथी चोर जुगसलाई गरीब नवाज़ कॉलोनी का मो. आरजू एवं महेंद्रा कंपनी का मालवाहक वाहन चालक सरायकेला कोलाबीरा निवासी पन्ना लाल भी शामिल है. इनके पास से वाहन में लादे गए 14 पीस रेल लाइन को बरामद किया गया है, जिसका मूल्य 25 हजार रूपये आंका गया है. तीनों के खिलाफ मंगलवार को आदित्यपुर पोस्ट में आरपीयूपी की धारा थ्री-ए के तहत न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. इस मामले में आगे की कार्रवाई करते हुए आरपीएफ वाहन के मालिक की तलाश करेगी. जांच में उसकी भूमिका मिलने पर उसपर भी केस किया जायेगा.
जानकारी के अनुसार आदित्यपुर 32 नंबर रोड खरकाई ब्रिज के पास रायडीह बस्ती स्थित है, जहां रेलवे की जमीन पर रेल लाइन व अन्य फिटिंग्स का बड़ा स्टॉक रखा गया है. आरपीएफ पोस्ट निरीक्षक सह इंचार्ज अजीत सिंह को गुप्त सूचना प्राप्त हो रही थी कि एक गैंग रेल लाइन को चुराने की योजना बना रही है. इस सूचना पर पिछले एक माह से पोस्ट प्रभारी के नेतृत्व में टीम इस पर नजर बनाए हुई थी, जिसका सुखद परिणाम सोमवार की रात को टीम को प्राप्त हुआ. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि चोरी के माल को वह उषा मोड़ स्थित वरुण सिंह के स्क्रैप टाल में ले जाते, जहां उसे गलाने के बाद खपाने की तैयारी थी. इस उपलब्धि के लिए टाटानगर सीआईबी का सहयोग सराहनीय रहा. एके सिंह ने बताया कि रेल संपत्ति की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है. बदमाशों पर उनकी पैनी निगाह आगे भी बनी रहेगी.
छापामारी दल में ये थे शामिल
आदित्यपुर आरपीएफ पोस्ट प्रभारी अजीत कुमार सिंह, सब इंस्पेक्टर टी मंडल, कांस्टेबल विजय कुमार शुक्ला, दीपक कुमार, सीआईबी के दरोगा राम बाबू सिंह व अन्य.