- पारंपरिक उकशासन को नुकसान पहुंचाने पर आदिवासी समुदाय ने ठेकेदार के खिलाफ जताया विरोध
फतेह लाइव, रिपोर्टर
पोटका प्रखंड के कोवाली पंचायत अंतर्गत कूटसुरी गांव में ठेकेदार द्वारा ड्रेन निर्माण के नाम पर आदिवासी भूमिज समाज के पारंपरिक उकशासन व्यवस्था के अंतर्गत रखे गए पत्थरों को बुलडोजर से उखाड़ने से स्थानीय आदिवासी समुदाय में गुस्सा है. यह पत्थर आदिवासी समाज के पारंपरिक रीति-रिवाजों का हिस्सा हैं, जो सिंधु सभ्यता का प्रतीक माने जाते हैं. इस घटना के बाद आदिवासी भूमिज समाज के लोगों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और ठेकेदार को दंडित करने की मांग की.
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आदिवासी समाज के रीति रिवाजों को नुकसान पहुंचाने पर विरोध तेज
आदिवासी भूमिज समाज के नेताओं ने कहा कि अब बिहार, बंगाल और ओडिशा से प्रतिनिधि कूटसुरी गांव में बैठक करने आएंगे और आगे की कार्रवाई पर निर्णय लिया जाएगा. उनका कहना था कि विकास के नाम पर उनकी पारंपरिक अस्मिता और उकशासन व्यवस्था को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. इस मौके पर समाज के सलाहकार सदस्य सिद्धेश्वर सरदार, हरिश सिंह भूमिज, जयपाल सिंह सरदार, रवींद्रनाथ सरदार सहित अन्य कई लोग उपस्थित थे.