फतेह लाइव, रिपोर्टर.
बोकारो जिला के हद में कसमार प्रखंड के दुर्गापुर पंचायत के रांगामाटी में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मौके पर उपस्थित किशोरियों एवं युवा महिलाओं को घरेलू हिंसा तथा पोक्सो एक्ट से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया। स्वयंसेवी संस्था सहयोगिनी द्वारा आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान 18 वर्ष से नीचे के लड़कियों के साथ छेड़छाड़, दुष्कर्म, यौन हिंसा से संबंधित घटनाओं पर सरकार द्वारा बनाए गए पोक्सो एक्ट तथा महिलाओं या बच्चों के साथ होने वाले घरेलू हिंसा के संबंध में विशेष तौर पर जानकारी दी गई।
इस दौरान बेरमो अनुमंडल तेनुघाट कोर्ट की अधिवक्ता कल्याणी ने बताया कि महिलाओं के हित में कई प्रकार के कानून है, जिसे हमें जानना बेहद जरूरी है। साथ ही संविधान प्रदत मौलिक अधिकार, समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, शोषण के विरुद्ध अधिकार, धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार सहित 6 मूलभूत अधिकार है जिसे लेकर महिलाओं तथा किशोरी लड़कियों को जागरूक होने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि पोक्सो एक्ट 2012 तथा संसोधन एक्ट भारत में 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को यौन उत्पीड़न, यौन शोषण और अश्लीलता से संरक्षण प्रदान करने के लिए बनाया गया एक विशेष कानून है। इसका उद्देश्य बच्चों को शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक हिंसा से बचाना है।
यह कानून बच्चों के खिलाफ यौन अपराधों को रोकने और पीड़ित बच्चों को न्याय दिलाने के लिए एक मजबूत ढांचा प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति अगर किसी नाबालिग के साथ छेड़छाड़, जबरदस्ती परेशान करता या गलत तरीके से छेड़ना, गंदे चित्र दिखाना, गलत तरीके से इशारा तथा दुष्कर्म का प्रयास करता हैं तो यह कानूनी अपराध है। घरेलू हिंसा एवं बाल विवाह निषेध अधिनियम के बारे में चर्चा करते हुए बताया गया कि राष्ट्रीय आंकड़ा के अनुसार बोकारो जिले में बाल विवाह का प्रतिशत 26 से ज्यादा है। ग्रामीण क्षेत्र में बाल विवाह की घटनाएं लगातार हो रही है, जिसको रोकने का दायित्व हम सभी को है। अगर कोई बाल विवाह करवाता है या करवाने में सहयोग करता है तो उन्हें जेल की सजा भी हो सकती है।
इस दौरान सहयोगिनी के समन्वयक प्रकाश कुमार महतो ने बताया कि सहयोगिनी संस्था कसमार प्रखंड के 30 गांवों में किशोरियों एवं युवा महिलाओं में नेतृत्व क्षमता विकसित करने तथा सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजना जैसे कन्यादान योजना, सावित्री बाई फूले किशोरी समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री मैया सम्मान योजना, गुरुजी कार्ड, श्रम कार्ड, स्कॉलरशिप, साइकिल योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना एवं कौशल विकास से जोड़ कर उनके जीवन को बेहतर बनाने का काम किया जा रहा है। जीवन कौशल के प्रशिक्षण से उनके अंदर संचार कौशल, निर्णय लेने एवं समस्या का समाधान करने के गुणों को विकसित किया जा रहा है। दुर्गापुर पंचायत की एनिमेटर बिनीता देवी ने बताया कि किशोरियों के साथ समूह बना कर उनके साथ लगातार बैठकों का आयोजन किया जाता है तथा सभी को प्रशिक्षित किया जा रहा है। जिसके तहत सरकारी योजनाओं से जोड़ने एवं विभिन्न प्रकार के हिंसा से रोकथाम में मदद मिल रहा है।
मौके पर एनिमेटर संध्या देवी, डोली कुमारी, जुही कुमारी, सोनिका कुमारी, परिणीता कुमारी, सिमरन कुमारी, आशा कुमारी, जया कुमारी, सुमन कुमारी, आराध्या चटर्जी, कृति वर्मा, आना मुखर्जी, वर्षा कुमारी, सावित्री देवी, दीपिका देवी, पूनम देवी, आरती देवी, सोमरी देवी, किरण देवी, देवंती कुमारी, गुड़िया देवी, रेणु देवी, नूरजहां बीवी, होलिका कुमारी आदि मौजूद रही।