फतेह लाइव, रिपोर्टर.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य ब्रजेंद्र सिंह ने कहा है की चुनाव आयोग के एक सदस्य अरुण गोयल का बिना किसी कारण का इस्तीफा देना लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है. उन्होंने कहा कि फिलहाल केंद्रीय चुनाव आयोग में सिर्फ दो ही सदस्य थे. एक सदस्य फरवरी में ही सेवानिवृत हुए थे, लेकिन जिस तरह से आनन फानन में गोयल साहब ने त्यागपत्र दिया और जितनी जल्दबाजी से उनका त्यागपत्र स्वीकृत किया गया. इसके पीछे बहुत कुछ राज छुपा हुआ है, जो आने वाले दिनों में इस पर से पर्दा उठने की संभावना है.
वर्तमान में केवल मुख्य चुनाव आयोग राजीव कुमार ही एकमात्र चुनाव आयोग में है और पूरी जिम्मेवारी लोकसभा हो या दूसरा कोई चुनाव हो निष्पक्ष रूप से चुनाव कराने की पूरी जिम्मेवारी उन पर है. अब सवाल उठता है कि आखिर पिछले वर्ष जब सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश दिया था की चुनाव आयोग का सदस्य बनाने के लिए एक कमेटी होगी, जिसमें प्रधानमंत्री विपक्षी दल का नेता और उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश शामिल रहेंगे, लेकिन उस आदेश को पलटने के लिए जिस तरह से सरकार ने आनन फानन में जिस तरह से संसद में नया कानून बनाकर पास कराया और जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को कमेटी से बाहर किया. यह बहुत ही गंभीर मुद्दा है और सभी को मनन करने की जरूरत है. चुनाव ऐलान होने में अब सिर्फ मुश्किल से एक सप्ताह का समय बचा है और ऐसी स्थिति में एक आदमी अगर ईवीएम मशीन से चुनाव कराते हैं तो यह सभी जानते हैं कि आज का चुनाव आयोग कितना निष्पक्ष रह गया है. अभी समय है चुनाव आयोग यदि निष्पक्ष चुनाव कराने चाहते हैं तो बैल्लट पेपर से ही चुनाव कराएं तो उनके हक में होगा और देशवासियों के भी हक में होगा. अंत में यही कहना चाहता हूं कि आगे आगे देखिए होता है क्या, अभी खेल बाकी है.