- विद्यालय में छानबीन के बाद शिक्षा मंत्री का कड़ा संदेश
फतेह लाइव, रिपोर्टर
20 जनवरी से गायब हुए 10 वर्षीय कक्षा 3 के छात्र सुशील मुर्मू की गुमशुदगी ने राजकीय अनुसूचित जनजाति आवासीय उच्च विद्यालय, ऊपर पावड़ा में हड़कंप मचा दिया. 25 जनवरी को जब यह जानकारी विद्यालय प्रबंधन को मिली, तो मामले की गंभीरता को देखते हुए विद्यालय ने खोजबीन शुरू की, लेकिन जब तक यह मामला थाना पहुंचा, काफी समय निकल चुका था. छात्र के माता-पिता ने पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई और इसके बाद शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने मामले को गंभीरता से लिया. मंत्री ने विद्यालय पहुंचकर विद्यालय प्रबंधन, शिक्षकों, और वार्डन को जमकर फटकार लगाई और कहा कि यदि छात्र का पता नहीं चलता तो संबंधित कर्मचारियों के लिए यहाँ रहना मुश्किल हो जाएगा.
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मंत्री ने विद्यालय के स्टोर रूम और बाथरूम की भी जांच की. 5 साल से ताले में बंद बाथरूम को खोलने के बाद, उन्होंने बच्चों से बातचीत की और पाया कि रात के समय बच्चों को शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है. मंत्री ने बच्चों के भोजन और पढ़ाई के स्तर के बारे में भी जानकारी ली. हालांकि, इस मामले में कोई खास सुधार नजर नहीं आया, जब तक मंत्री ने विद्यालय का दौरा किया, तब तक कई शिक्षक भी अनुपस्थित थे. मंत्री ने यह भी कहा कि सभी शिक्षक को विद्यालय परिसर में रहना अनिवार्य है. इस मामले में प्रेम प्रसंग की संभावना भी जताई जा रही है, क्योंकि सुशील ने कुछ महीने पहले अपनी दोस्तों से एक लड़की के बारे में बात की थी. पुलिस मामले की जांच कर रही है, जबकि एसडीओ और एसडीपीओ भी मौके पर पहुंचकर मामले की गहन छानबीन कर रहे हैं.