फतेह लाइव, रिपोर्टर.






































नेताजी सुभाष चंद्र बोस बर्थ एनिवर्सरी सेलिब्रेशन कमिटी, दहीगोड़ा घाटशिला में सुबह नौ बजे शिक्षिका बिट्रिश कच्छप की अध्यक्षता में आजाद हिंद फौज स्थापना दिवस बड़े श्रद्धा एवं उत्साह के साथ नेताजी सुभाष मंच दहीगोड़ा में मनाया गया। पूर्व सैनिक सेवा परिषद घाटशिला के सचिव कैप्टेन धनु टुडू के नेतृत्व में नेताजी मूर्ति की सलामी दी गई तत्पश्चात मूर्ति पर माल्यार्पण शिक्षाविद श्रीमति सरिता मिश्रा, बी. कच्छप, कैप्टेन धनु टुडू, मुकुल महापात्रा, पानमनी सिंह, सूबेदार डी. के. दास, हवलदार मनोज दत्ता, हवलदार राकेश टुडू, एल.आर.ओ गौरांग पत्र, बी. सिंह, संजीव घोष, नरेंद्र सिन्हा, प्रत्यूष सिल, सीमांत बारीक, इत्यादि के द्वारा की गई।
कमिटी के सचिव मुकुल महापात्रा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए आई.एन.ए. को संगठित जो ब्रिटिश ऑफिसर मोहन सिंह द्वारा की गई थी वह रास बिहारी बोस के अतगृहित कर बाद में 1942 के 21 अक्टूबर नेताजी को हस्टांतरित किया गया था, जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास का पहला संगठित अनुशासित सशस्त्र सैनिक संगठन ठौर इतिहास में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज किया।
मुख्य अतिथि मिश्रा ने नेताजी और आई.एन.ए. के वीरता गाथा की व्याख्या करते हुए कहा कि आई.एन.ए. एक देशप्रेमी शास्त्रबल था जो त्याग और बलिदान का पर्याय बन गया। डिवाइन कॉन्वेंट सक्सेस अकेडमी के शिक्षिका अफ्रीदा मुस्कान एवं खुशबू गोस्वामी ने आई.एन.ए. के जातीय संगीत गाकर सबको मंत्रमुग्ध किया। डिवाइन कॉन्वेंट सक्सेस अकेडमी की छात्रा ज्योतिका कुमारी ने भाषण में आई.एन.ए. के संरचना तथा उद्देश्य के बारे बताया। बी. कच्छप, पानमनी सिंह, ने भी भीड़ को संबोधित किया। वही गुणधर श्यामल ने धन्यवाद ज्ञापन किया।