फतेह लाइव, रिपोर्टर.
घाटशिला में संयुक्त नाट्य कला केंद्र,भारतीय संगीत नाट्य जगत के महान व्यक्तित्व “थिएटर ऑफ़ रूट्स” आंदोलन के अग्रदूत रतन थियम के निधन पर संयुक्त नाट्य कला केंद्र, घाटशिला के रंगकर्मियों ने शोक व्यक्त किया और दिवंगत नाट्यकार को श्रद्धांजलि दी.
रतन थियम राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के पूर्व निदेशक रहे. वे इंफाल (मणिपुर) में “कोरस रिपर्टरी थिएटर” के संस्थापक निदेशक भी थे. भारतीय संगीत और रंगमंच में रंगनिर्देशक रतन थियम ने प्रयोगधर्मी नाट्य परंपरा का निर्वाह किया. उनके द्वारा निर्देशित नाटकों में रविन्द्र नाथ टैगोर का *राजा*, कालिदास का *ऋतुसंहारम्*, धर्मवीर भारती का *अंधायुग*, *चक्रव्यूह* आदि प्रमुख हैं.
संयुक्त नाट्य कला केंद्र के अध्यक्ष रंगकर्मी सुशांत सीट ने रतन थियम के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि भारतीय रंगमंच के विराट नायक का अवसान अपूर्णीय रिक्ति है. निर्देशक सुजन सरकार ने कहा कि भारतीय रंगमंच को रतन थियम ने जिस ऊंचाई पर पहुंचाया और अभिनव पहचान दी, वह दुर्लभ है। वे भारतीय ही नहीं विश्व रंगमंच के भी महत्वपूर्ण व्यक्तित्व हैं.
इस मौके पर अभिनेता और नाट्य लेखक इंद्र कुमार राय, रंगकर्मी डॉ प्रसन्नजीत कर्मकार, अर्पो भट्टाचार्य, बलराम सीट, देवजानी, ज्योति मल्लिक और डॉ शेखर मल्लिक आदि मौजूद थे. सभी ने महान नाट्य निर्देशक को भावभीनी श्रद्धांजलि दी.