फतेह लाइव, रिपोर्टर
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की बैठक कृष्ण कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में अरगाघाट स्थित कैम्प कार्यालय में हुई. जिसमें कायस्थ समाज के उत्थान और कल्याणकारी योजनाओं के संचालन तथा एकता पर जोर दिया गया. महासभा के सचिव संजीव नाथ सहाय ने कहा कि आज कायस्थ समाज को मजबूत करने के लिए सभी संगठनों को आपसी भेद-भाव छोड़कर एक साथ एक मंच पर आ जाना चाहिए. अध्यक्ष विनय बक्सी और समाज के वरिष्ठ सतीश कुंदन ने कहा समाज को एक मंच पर लाने के लिए चिंतन-मनन करना होगा. हम क्यों पीछे हैं हम कैसे युवाओं की टोली बनाकर घर-घर तक पहुंचें. हम जो कल्याणकारी काम करते हैं उसका क्रेडिट क्यों महासभा को नहीं मिलता. आज राजनीति में हम कहां हैं इन बातों पर गंभीरता से विचार करने के लिए चिंतन शिविर आयोजित करना चाहिए. अजय कुमार सिन्हा (मंटू) ने कहा कि 29 दिसंबर को चित्रांश समागम संगम होटल में किया जायेगा.
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बैठक के अध्यक्ष कृष्णा प्रसाद ने कहा कि चिंतन शिविर से हम कुछ कार्य-योजना पर काम करेंगे और प्रखंडों का दौरा कर एक बड़ा सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. हमें केंद्रीय कमेटी को भूलकर स्थानीय कमेटी को एक मंच पर आना चाहिए ताकि हमारी एकता दिखाई दे. समाज के वरिष्ठ सतीश कुंदन ने कहा बैठक में सर्वसम्मति से आठ सदस्यीय समिति का गठन किया गया जो विभिन्न कायस्थ परिवार के संगठनों से बात कर 21 तक रिपोर्टिंग करेंगे तथा 22 दिसंबर को एक बड़ा बैठक पर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिया जाएगा. इस अवसर पर राजेश सिन्हा ने कहा कि गिरिडीह विधानसभा और गिरिडीह में निर्णायक वोटर हैं तथा दो बार कायस्थ विधायक रहे हैं, किंतु उसके बाद, ज्यादातर कायस्थ का राजनीति में इन्वॉल्मेंट घट गया. कोई भी राजनीति पार्टी कायस्थ को टिकट नहीं देता है, सिर्फ वोटर बना के रखना चाहता है, वोट लेने के बाद उनके समर्थक कहते हैं वोट नहीं दिया, अर्थात कायस्थ जाति का अस्तित्व को मिटाना चाहता हैं.
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राजनीतिक दल, इसको भली भांति समझकर अपनी भागीदारी बढ़ानी पड़ेगी, साथ ही सभी कायस्थ संगठन को एक होकर चित्रांश शिविर में भाग लेने से गिरिडीह में कायस्थ का खोया हुआ सम्मान वापस आएगा. बैठक में सिंकू सिन्हा रंजय बरदियार विकास सिन्हा, सुशांत सिन्हा, कृष्ण कुमार सिन्हा, आशुतोष, अमित कुमार सिन्हा, पप्पू सिन्हा, अमर सिन्हा, अमर सिन्हा, राजेश सिन्हा, रमेश बक्शी, बिनय बक्शी, सचिव संजीव नाथ धूल्लु, ज्योतिष सिन्हा, विकास सिन्हा, ज्योतिष कुमार सिन्हा, चंदन कुमार सिन्हा, शिव सिन्हा आदि उपस्थित थे.