- स्मार्ट मीटर को लेकर उपभोक्ताओं की शंकाओं पर हुई विस्तृत चर्चा, रीडिंग की तुलना के लिए दो सदस्यों के घर में होगा परीक्षण
- लो वोल्टेज और ट्रांसफार्मर फॉल्ट की समस्याओं के स्थायी समाधान का मिला भरोसा
फतेह लाइव, रिपोर्टर
गिरिडीह जिला चैंबर ऑफ कॉमर्स के एक प्रतिनिधिमंडल ने विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता, शहरी क्षेत्र के सहायक अभियंता, कनीय अभियंता एवं स्मार्ट मीटर लगाने वाली एजेंसी के प्रतिनिधि अभिषेक कुमार के साथ महत्वपूर्ण बैठक की. बैठक की शुरुआत स्मार्ट मीटर से जुड़ी उपभोक्ता शंकाओं के समाधान के साथ हुई. अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि मीटर घर के अंदर प्रवेश द्वार के समीपतम स्थान पर लगाया जा सकता है और बाहर लगाना अनिवार्य नहीं है. एजेंसी आगामी 10 वर्षों तक मीटर की देखरेख करेगी तथा किसी भी तकनीकी खराबी पर मुफ्त में बदली की व्यवस्था होगी. मीटर की रीडिंग की सटीकता पर विश्वास दिलाने के लिए यह निर्णय लिया गया कि चैंबर के दो सदस्यों के घरों में मौजूदा मीटर के समानांतर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे और दोनों की सात दिनों की रीडिंग की तुलना की जाएगी.
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रीडिंग की सटीकता के लिए चैंबर के सदस्यों के यहां लगेंगे ड्यूल मीटर
स्मार्ट मीटर की कार्यप्रणाली की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि यह मीटर नेटवर्क के माध्यम से स्वतः हर माह की रीडिंग भेजेगा, जिससे उपभोक्ताओं को समय पर बिल मिल सकेगा. भविष्य में इसे प्रीपेड मीटर में परिवर्तित करना भी संभव होगा. चैंबर ने विद्युत बिलों के वितरण में हो रही देरी पर चिंता जताई और कहा कि इससे राज्य सरकार की 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली योजना प्रभावित हो रही है, खासकर जब कई माहों का बिल एक साथ आता है. बैठक में चैंबर ने यह भी मांग रखी कि प्रत्येक ट्रांसफार्मर पर एबी स्विच लगाया जाए ताकि फॉल्ट की स्थिति में केवल उसी क्षेत्र की आपूर्ति रोकी जाए. विभाग ने इस पर सहमति जताई और अगले माह से चार-पाँच ट्रांसफार्मर समूहों में इसे लागू करने का आश्वासन दिया.
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200 यूनिट मुफ्त बिजली योजना को लेकर चैंबर ने जताई चिंता
बैठक में गिरिडीह की लो वोल्टेज और बार-बार बिजली बाधित होने की समस्याएं भी सामने आईं. विभाग ने बताया कि यह समस्या जसीडीह ग्रिड से आ रही कम वोल्टेज आपूर्ति के कारण है, जिसका समाधान अगले सप्ताह तक कर लिया जाएगा. बैठक में चैंबर अध्यक्ष निर्मल झुनझुनवाला, महासचिव प्रमोद कुमार, कोषाध्यक्ष विकास खेतान, कार्यकारिणी सदस्य संजय भूदौलिया, निर्मल कुमार, प्रशांत बगड़िया एवं विकास बसईवाला उपस्थित थे. बैठक के अंत में अधीक्षण अभियंता ने आग्रह किया कि ऐसे संवाद आगे भी होते रहें ताकि गिरिडीह में बिजली आपूर्ति व्यवस्था में लगातार सुधार हो सके.