- सरिया स्थित निजी अस्पताल में डॉक्टर और कर्मचारियों के फरार होने से बढ़ा तनाव
फतेह लाइव, रिपोर्टर
गिरिडीह जिले के सरिया के बागोडीह चौक पर संचालित सत्यप्रभा नामक निजी अस्पताल में इलाजरत एक 65 वर्षीय मरीज अमरजीत सिंह की मौत हो गई. परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टर और प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों के अनुसार, अमरजीत सिंह की तबियत कुछ दिनों पहले खराब हुई थी, जिसमें लूज मोशन जैसी समस्या थी. अस्पताल ने हाइपर टेंशन को देखते हुए नींद का इंजेक्शन दिया, जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई और होश नहीं आया. परिजनों ने बताया कि रात को उनके पिताजी का पल्स तो था लेकिन वह बेहोश थे. अगले दिन सुबह अस्पताल से फोन आया कि उनकी मौत हो चुकी है. जब परिजन अस्पताल पहुंचे, तो डॉक्टर ने केवल हार्ट अटैक बताकर वहां से चले गए और बाद में सभी कर्मचारी भी हॉस्पिटल छोड़कर फरार हो गए.
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परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल में उचित सुविधाओं का अभाव है, बावजूद इसके यह हॉस्पिटल संचालित हो रहा था. मृतक के परिजन उचित मुआवजे की मांग करते हुए शव को अस्पताल के मुख्य द्वार पर रखकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. पुलिस को मौखिक सूचना दी गई है और वह मौके पर पहुंच चुकी है. समाचार लिखे जाने तक परिजन अस्पताल के मुख्य द्वार पर डटे हुए थे और हॉस्पिटल मालिक को बुलाने पर अड़े हुए थे. इस घटना ने स्थानीय लोगों में अस्पताल की सेवाओं को लेकर भारी असंतोष पैदा कर दिया है.