दोनों का घर बरसात में गिर गया था, स्थानीय प्रतिनिधि और अफसर को इस पर संज्ञान लेने की जरूरत
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
पिछले दिनो हुई भारी बरसात में सफीक और गीता देवी का घर गिर गया था। गिरिडीह नगर निगम क्षेत्र के दोनो हैं। एक वार्ड नंबर 34 के मो. सफीक तो दूसरा है 6 नंबर के गीता देवी। सफीक ने बीडीओ को आवेदन दिया। बीडीओ गिरिडीह ने लेटर को फॉरवर्ड 34 नंबर के नगर निगम प्रतिनिधि को किया, बीडीओ ने मुखिया को जांच करने दिया। अब नगर निगम क्षेत्र में मुखिया नहीं होता है, बीडीओ को टालना था। अब जब सफीक इसे लेकर पूर्व वार्ड कमिश्नर पास गया, तो मो. नैयर ने बैठने तक नहीं दिया।
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दूसरी बार जब गया तो उसको बोला की परेशान मत करो कुछ नहीं मिलने वाला है। उन्होंने कहा कि जब हम किसी को दिलाना चाहे तो नहीं दिला पाएंगे। जबकि सरकार जेएमएम की है और पूर्व वार्ड पार्षद भी जेएमएम के है। इस बात को सुनकर भाकपा माले नेता राजेश सिन्हा ने कहा कि प्रतिनिधि और अफसर दोनो टाल मटोल वाले हैं। सरकारी फंड राहत कोष में रहता है, पर इतना कठिन नियम बना दिया गया है कि आम लोग बेचारे दौड़ते दौड़ते चप्पल घिसा लेते हैं।
उन्होंने कहा कि जल्द उपायुक्त गिरिडीह को आवेदन देंगे। सभी के खिलाफ और अपना प्रोब्लम का भी जिक्र करेंगे। सिन्हा ने बताया कि 6 नंबर में यही हाल है गीता देवी छप्पर का घर में रहती थी। अचानक घर गिर गया जान माल की क्षति तो नहीं हुई पर् वह घर से बेघर हो गई। माले नेताश्री सिन्हा ने दोनो जगह पीड़ित परिवार से मिलकर कुछ सरकारी राहत की बात की है। सिन्हा ने कहा अफसर और प्रतिनिधि से इस मामले पर सवालों की लड़ी लगाएंगे। सिन्हा ने कहा कि जनता का सेवा करने वाले मेवा के बिना कोई काम नहीं करना चाहते हैं।