- माफी-इस्तीफे को लेकर संयुक्त वाम दलों के आह्वान पर गिरिडीह में निकला प्रतिवाद मार्च
फतेह लाइव, रिपोर्टर
देश के करोड़ों दबे-कुचले, हक-अधिकार और समानता के लिए लड़ रहे लोगों के लिए आस्था के प्रतीक बाबा साहब डॉ. भीम राव अंबेडकर के प्रति किसी भी अपमानजनक टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. इसलिए संसद में ऐसी टिप्पणी करने वाले गृह मंत्री अमित शाह को तत्काल माफी मांगनी चाहिए. अन्यथा महामहिम राष्ट्रपति को उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए. उक्त बातें पूर्व जिप सदस्य सह फॉरवर्ड ब्लॉक नेता राजेश यादव ने आज एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए स्थानीय टावर चौक पर कही, जिसका आह्वान संयुक्त वाम दलों की ओर से पूरे देश में किया गया था. श्री यादव ने कहा कि, भाजपा और इसके नेता मजबूरी में भले ही संविधान और बाबा साहब के प्रति आस्था प्रदर्शित कर लें, लेकिन अंबेडकर, संविधान और देश के संघीय ढांचे पर इनका सुनियोजित हमला चलता रहता है और यदा-कदा इनके नेताओं के वक्तव्य से असली चेहरा लोगों के सामने आ जाता है.
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कहा कि, ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ भी इनकी तानाशाही और संविधान- संघीय विरोधी मानसिकता को ही दर्शाती है. उन्होंने कहा कि, अंबेडकर पर अपमानजनक टिप्पणी के लिए माफी या बर्खास्तगी नहीं हुई, तो यह आंदोलन जारी रहेगा. आज के विरोध कार्यक्रम में श्री यादव के अलावा राजेंद्र मंडल, मनोज कुमार यादव, शंकर वर्मा, महेंद्र साव, शंभू तुरी, रीतलाल दास, किशोरी मंडल, रामलाल मंडल, चंदन वर्मा, सोनू दास, गोकुल कुमार दास, नारायण दास, राजू दास, दिनेश राम, दामोदर यादव, राजू शर्मा, शमशुद्दीन अंसारी, कांग्रेस रवानी, आफताब अंसारी, जमीर अंसारी, अविनाश कुमार, सुनील साव, रमेश रवानी, चंदन रवानी, बीरू दास, विक्की कुमार, सहदेव दास, नंदलाल रजक, महादेव महतो, बजरू तुरी, भुनेश्वर दास, रामेश्वर यादव, गिरधारी यादव सहित अन्य मौजूद थे.