विधायक मंगल कालिंदी का प्रयास लाया रंग : आस्तिक महतो






































जमशेदपुर।
जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र के बोड़ाम प्रखंड के जिलिंगडूंगरी में डिग्री कॉलेज निर्माण हेतु भूमिपूजन जुगसलाई विधायक मंगल कालिंदी के द्वारा किया गया. 1000 की संख्या में बाइक रैली निकालकर विधायक मंगल कालिंदी उक्त स्थल पर पहुंचे. उनके साथ झारखंड आंदोलनकारी आर्थिक महतो भी उपस्थित थे. भूमि पूजन में भारी संख्या में स्थानीय ग्रामीण भी शामिल हुए. भूमि पूजन के बाद स्थानीय बच्चियों ने विधायक से मुलाकात कर कॉलेज निर्माण का कार्य शुरू होने पर उन्हें धन्यवाद दिया और अपनी खुशी जाहिर की.
इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक मंगल कालिंदी ने कहा कि मैंने विधानसभा में शपथ ग्रहण करने के 15 दिनों के बाद ही राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर बोड़ाम में डिग्री कॉलेज निर्माण की मांग रखी थी. जिस पर संज्ञान में लेकर माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसकी स्वीकृति प्रदान की और आज वर्षों पुराना ग्रामीणों का सपना पूरा हुआ. जुगसलाई विधानसभा का सेवक होने के नाते यह मेरे लिए काफी गर्व और खुशी की बात है. मैं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आभार प्रकट करता हूं और उन्हें इसके लिए जोहार करता हूं. मौके पर उपस्थित आंदोलनकारी आस्तिक महतो ने कहा कि विधायक मंगल कालिंदी का प्रयास रंग लाया. आज यहां के ग्रामीणों के लिए यह काफी गर्व की बात है कि डिग्री कॉलेज का निर्माण हो रहा है. आज़ादी के बाद पहली बार यहां डिग्री कॉलेज का निर्माण होगा. इसके लिए मुख्यमंत्री का भी आभार प्रकट करते हैं.
मौके पर बोड़ाम के बुद्धिजीवी, विश्ववनात सिंह, स्वपन महतो, महाबीर मुर्मू,चंद्रशेखर टुडू, सुभाष कर्मकार, श्यामा पदो महतो, हिमांशु महतो, छोटूलाल हंसदा, अश्विनी महतो, श्याम सुन्दर सिंह, दिवाकर टुडू, जामिनि प्रमाणिक, कालीपद महतो, दयाल महतो, काजोल सिंह, विनय मण्डल और काफी संख्या में झामुमो कार्यकर्ता और स्थानीय ग्रामीण उपस्थित थे.
पूर्वोत्तर सरकार के द्वारा दी गई डिग्री कालेज की स्वीकृति पर मंगल ले रहे झूठा श्रेय: माणिक महतो
आजसू पार्टी बोड़ाम प्रखंड समिति के अध्यक्ष माणिक महतो ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया की जुगसलाई विधान सभा अंतर्गत बोडाम डिग्री कालेज की स्वीकृति पूर्व के सरकार में पूर्व मंत्री सह जुगसलाई विधानसभा के नेता आजसू पार्टी के प्रधान महासचिव रामचंद्र सहिस और तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के द्वारा की गई. स्वीकृति पर मंगल कालिंदी श्रेय लेने को आतुर हो रहे हैं, जबकि सच्चाई बोड़ाम की जनता जानती है, की डिग्री कालेज का सपना रामचंद्र सहिस ने देखा था.
उनके कार्यकाल में और सदन के विशेष चर्चा में इस बात को प्रमुखता से रखा गया था, की आजादी के बाद से राज्य के कई क्षेत्रों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए डिग्री कालेज होने चाहिए, जिसे कई विधायकों ने ध्वनि मत से पारित किया था. उस चर्चा पर गंभीरता से विचार करते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री ने मुझे आश्वस्त किया था की जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र में एक डिग्री कालेज की स्थापना की जाएगी. इसके साथ ही उस समय के मंत्रिमंडल ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया की हर उस विधानसभा में एक डिग्री कॉलेज का निर्माण होगा, जिस विधानसभा में कोई कालेज नहीं होगा. उसके बाद सहिस द्वारा पत्राचार पर इसका ऑन लाइन शिलान्यास भी हुआ था.
लेकिन जुगसलाई के विधायक मंगल कालिंदी नहीं चाहते थे कि बोड़ाम प्रखंड के जिलिंगडूंगरी में कालेज बने. इसलिए सरकार के कुछ चहेते पदाधिकारी पर दबाव देकर चयनित स्थल पर विवादित बनाकर डिग्री कालेज को स्थांतरित करने का प्रयास किया गया था, ताकि इसका श्रेय पूर्व मंत्री और जुगसलाई विधानसभा के नेता रामचंद्र सहिस को श्रेय मिल जाएगा. जिसका विरोध बोड़ाम की जनता के द्वारा एक सभा बुलाकर किया गया था और उक्त बैठक में रामचंद्र सहिस को आमंत्रित किया गया था. उन्होंने जनता के बीच प्रमुखता से कहा की मेरे कार्यकाल में चयनित स्थल पर ही डिग्री कालेज का निर्माण होगा. इसका विरोध कतई बर्दाश्त नहीं होगा. आखिर क्यों नहीं बनेगा और किसके दबाव में चयनित स्थल को कालेज के लिए उपयुक्त नहीं समझा गया. तब राज्य सरकार के सरकारी मुलाजिमो के कान खड़े हो गए.
चुकी चयनित स्थल का निरीक्षण तत्कालीन अंचलाधिकारी , अनुमंडल दंडाधिकारी और उपायुक्त महोदय के द्वारा संपूर्ण कर ली गई थी और आज मेरे और तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुबर दास के द्वारा शिलान्यास की गई कालेज का शिलान्यास कर सस्ती लोकप्रियता लेने का प्रयास कर रहे हैं. जो आजसू पार्टी कतई बर्दास्त नही करेगी और उक्त स्थल पर डिग्री कालेज का शिलान्यास होना बोड़ाम की जनता की जीत है.