Jamshedpur.

















देश प्रेम, वीरता और त्याग की परिभाषा गढ़ने वाले भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रान्तिकारी, भारत माता की आजादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान करने वाले साहस, शौर्य व निर्भीकता के प्रतीक, प्रखर राष्ट्रभक्त अमर शहीद मंगल पांडे के बलिदान दिवस पर उन्हें नमन परिवार द्वारा कालीमाटी कार्यालय में श्रद्धा सुमन अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई.
कार्यक्रम में टाटा मोटर्स के वरीय महाप्रबंधक मानस मिश्रा, उत्तर प्रदेश संघ के महासचिव डॉ. डीपी. शुक्ला, टाटा मोटर्स यूनियन अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह तोते, पूर्व सैनिक परिषद के वरुण कुमार, चमकता आईना के सम्पादक जय प्रकाश राय को शाल भेंट कर सम्मानित किया गया.
बलिदानियों का त्याग व समर्पण राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करता रहेंगा :मानस मिश्रा
इस मौके पर मुख्य अतिथि टाटा मोटर्स के वरीय महाप्रबंधक मानस मिश्रा ने कहा कि- मंगल पांडे भारत के स्वतंत्रता संघर्ष के आधारस्तंभ हैं. उन्होंने अपने पराक्रम से 1857 में पराधीनता के विरुद्ध क्रांति का बीज बोकर अंग्रेजों की जड़ें हिला दी और भारतीयों के हृदय में क्रांति की उस लौ को जलाया, जिसके प्रकाश व प्रताप से विदेशी हुकूमत की जड़ें हिल गई. उन्होंने वैचारिक क्रांति से लोगों में आजादी की भावना को मूर्त स्वरूप दिया.
अपनी हिम्मत और हौसले के दम पर समूची अंग्रेजी हुकूमत को चुनौती दी थी मंगल पांडे ने :डी.पी.शुक्ला
अति विशिष्ट अतिथि सह मुख्य वक्ता के रूप में उत्तर प्रदेश संघ के महासचिव डॉ. डीपी. शुक्ला ने कहा कि – उन्होंने अपनी हिम्मत और हौसले के दम पर समूची अंग्रेजी हुकूमत को चुनौती दी. अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ भारत की एकता एवं अखण्डता के लिए आपके द्वारा किया गया त्याग एवं बलिदान सम्पूर्ण राष्ट्र को अनंतकल तक स्मरण रहेगा.
मंगल पांडे भारत के स्वतंत्रता संग्राम के आधारस्तंभ – गुरमीत सिंह तोते
इस अवसर पर टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते ने कहा कि- मंगल पांडे को याद कर हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है. उनको स्वतंत्र भारत से कम कुछ भी स्वीकार नहीं था. वरिष्ठ पत्रकार बृजभूषण सिंह ने कहा की उनका बलिदान हमें मातृभूमि की सेवा में अपना सर्वस्व अर्पण करने की सीख देता है.
जिन्होंने देश के लिये अपना लहू दिया राष्ट्र उनका सदैव ॠणी रहेगा : काले
संस्थापक अमरप्रीत सिंह ने कहा की अमर बलिदानी मंगल पांडेय हमारे दिलों में बसते हैं, जिन्होंने अपने शौर्य से इस वसुंधरा को गौरवान्वित करने वाले अजर अमर सेनानी के बलिदान का कृतज्ञ राष्ट्र सदैव ॠणी रहेगा. उन्होंने कहा हमें वैसे लोग पसंद नहीं जो राष्ट्र के प्रति भक्ति नहीं रखते. नमन ने शहीदों की शहादत को याद कर उन्हें आज की पीढ़ी को याद दिलाने का जो बीड़ा उठाया है, वो अपने मकसद में कामयाब हो रहा है. इसका सबूत आज यहां उपस्थित मातृशक्ति और युवा साथी हैं. उनका साहस, शौर्य और पराक्रम सदैव आने वाली पीढ़ियों को अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाने के लिए प्रेरित करता रहेगा. उनकी देशभक्ति, त्याग व समर्पण युगों-युगों तक समस्त देशवासियों को राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा.
इस अवसर पर उपस्थित रामकेवल मिश्रा ने कहा कि- आजादी की लड़ाई का इतिहास क्रांतिकारियों के विविध साहसिक कारनामों से भरा पड़ा है और ऐसे ही बलिदानियों के बलिदान को याद कर युवाओं को जागृत करने के लिए नमन परिवार की विचारधारा को नमन.
इस दौरान कार्यक्रम में एवं सोशल मीडिया पर उपस्थित लाइव देख रहे नमन के सभी स्वयंसेवकों तथा नमन से जुड़ने वाले सभी नागरिकों को संस्थापक काले ने निम्नलिखित बिंदुओं पर शपथ दिलायी कि नमन से जुड़ने के लिए उन्हें इसका पालन करना होगा.
1.समाज, राष्ट्र के उत्थान हेतु अपने कर्तव्यों का पालन करना.
2. राष्ट्राध्वज व शहीदों का सम्मान करना.
3. नशामुक्त समाज के लिये अपनी भागीदारी सुनिश्चित करना.
4. सभी पंथ (धर्म) का सम्मान करना.
5. जातिगत भावना से दूर रहना.
6. व्यक्तिगत हित की अपेक्षा सामूहिक हित की सोच का होना.
7. सेना व राष्ट्र सेवा में कार्यरत सेवकों का सम्मान करना.
8. अपने संवैधानिक, नागरिक अधिकारों व कर्तव्यों का पालन करना.
9. अपने प्यारे शहर जमशेदपुर में अपने झारखण्ड राज्य में व देश के प्रत्येक कोने में देशभक्ति , आपसी भाईचारा , प्रेम व सौहार्द के संदेश को फैलाना.
नमन परिवार से जुड़ने के लिए निम्न लिंक जारी किया.
https://forms.gle/urzDVm3PK6oXsYbT7
कार्यक्रम का संचालन राजीव कुमार व धन्यवाद ज्ञापन जय प्रकाश राय ने किया. श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों में मनोज कुमार मिश्र, रामकेवल मिश्रा, संतलाल पाठक, मनोरंजन ओझा, बच्चे लाल भगत, राम स्वास दुबे, दुरेंद्र शाही, कश्मीर सिंह, पंकज मूनका, अंजूम हैम्ब्रम, बालमुकुंद सिन्हा, लता सिन्हा, राजपति देवी, रीया मित्रा, बंदना नामता, लख्खी कौर, आभा वर्मा, ममता पुष्टि, अरविंदर कौर, रितिका श्रीवास्तव, तनुश्री लेंका, कल्याणी पाठक, रिंकू देवी, ममता शाहा, सुमन तिवारी, प्रीती श्रीवास्तव, चंदना रानी, गौरी कुमारी, सरिता यादव, परमजीत कौर, रेणु तिवारी, चंचला गुप्ता, लक्ष्मी कुमारी, सावित्री, शुक्ला हलदर, मानीका सिंह, संजुक्ता मुखी सहित काफी संख्या में युवाओं की उपस्थिति रही.