संभावित हार देख बौखला गए हैं तारा सिंह : बलबीर, चुनाव प्रचार में लाई तेजी

















जमशेदपुर.
सोनारी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी प्रधान पद के चुनाव की सरगर्मी के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. उम्मीदवार तारा सिंह गिल द्वारा सीजीपीसी से प्रतिनियुक्त तीन चुनाव पदाधिकारियों को हटाए जाने का समर्थन विपक्ष ने किया है. विपक्ष के उम्मीदवार बलवीर सिंह ने कहा कि अपनी हार देख कर तारा सिंह बौखला गए हैं और अनाप-शनाप आरोप चुनाव पर्यवेक्षक चुनाव कमेटी पर लगा रहे हैं. उनके अनुसार तारा सिंह का मकसद केवल येन केन प्रकारेण पद पर जमे रहना है. यही कारण है कि वह चुनाव नहीं होना देना चाहते थे. अपने प्रशासन और संगत के दबाव पर चुनाव कराना पड़ा है तो नित्य प्रतिदिन हथकंडे अपना रहे हैं.
उनके अनुसार परविंदर सिंह सोहेल के मार्गदर्शन में टीनप्लेट में चुनाव हुआ है. वे साकची में चुनाव में सहयोगी रहे हैं. उन पर किसी ने अंगुली नहीं उठाई. उनके निष्पक्षता पर किसी को संदेह नहीं है. बलवीर सिंह के अनुसार 389 मतदाता पर सूची फाइनल हो गई है और 41 फर्जी वोटरों के नाम काटे जाने से तारा सिंह बौखलाए हुए हैं. सोमवार को भी एक फर्जी वोट काटा गया है. सोमवार को भी गुरचरण सिंह बिल्ला, अमरजीत भामरा, परविंदर सिंह सोहेल, सुखविंदर सिंह बैठक में शामिल हुए और सभी ने चुनाव प्रक्रिया पर सहमति जताई है. गुरुचरण सिंह बिल्ला ने जो कुछ किया है, उसकी सराहना नहीं करते हैं, परंतु उसके लिए उत्तेजना और आवेश का वातावरण का निर्माण तारा सिंह एवं उनके समर्थकों के द्वारा किया गया था.
बलबीर सिंह ने कहा कि तारा सिंह संयम रखें. सब कुछ पारदर्शी तरीके से होगा और संगत जिसे चाहेगी, उसे चुन लेगी किंतु बेवजह किसी प्रकार का षड्यंत्र रचने अथवा शिकायत का पहाड़ खड़ा करने की जरूरत नहीं है. हमें श्री गुरु ग्रंथ साहब एवं संगत पर भरोसा करना चाहिए. तारा सिंह अपना दिन भूल गए हैं. किस तरह से वह गुंडागर्दी कर संगत एवं विरोधियों को दबाते रहे हैं. दूसरी ओर बलबीर सिंह ने 7 एक्सटेंशन, गोल्डन टाउन, संगम विहार, मधुसूदन, शांति विहार, सृजन अपार्टमेंट, सोनारी वेस्ट 1-2 में जोर शोर से प्रचार करते हुए अपने समर्थन में वोट मांगे. इस दौरान उनके साथ गुरदयाल सिंह, मंजीत सिंह, अमरजीत सिंह, राजपाल सिंह, हरशरण सिंह, हरबंश सिंह, हरभजन सिंह, सतबीर सिंह सग्गू, यशवंत सिंह, एचएस बेदी, बलदेव सिंह, बंटी सिंह, हरजीत सिंह, सुरजीत सिंह, दलजीत सिंह, बलवंत सिंह, सुरेन्द्र सिंह आदि शामिल थे.