देर शाम तक बीड शिट तैयार करने में लगे रहे मंडल के विभागीय अधिकारी, नये ठेकेदार के नाम का खुलासा आज संभव
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
दक्षिण पूर्व रेलवे जोन के प्रमुख टाटानगर रेलवे स्टेशन की कार-पार्किंग के लिए शुक्रवार को ई-आक्शन था. दोपहर 12 से एक बजे तक हुई इस आन लाइन प्रक्रिया में कई धुरंधर लोगों ने भाग लिया. रेलवे सूत्र बताते हैं कि जोन की यह पार्किंग एक बार फिर सबसे महंगे दाम की बन गई. इन-आन नामक फर्म ने इसे लगभग सात करोड़ की ई-बोली लगाकर पुराने ठेकेदार शैल इंजीनयरिंग से झपट लिया है. इस पूरे प्रकरण में सबसे खास बात यह है कि यह ई-टेंडर की प्रक्रिया केवल मेन पार्किंग के लिये थी. बर्मामाइंस पार्किंग के लिए शनिवार को दोबारा ई-आक्शन होना है. शनिवार देर शाम तक चक्रधरपुर मंडल में विभागीय अधिकारी इस प्रक्रिया की जांच करने में व्यस्त रहे. नए ठेकेदार का टर्न आवर एवं जीएसटी मिलान के बाद ही रेलवे आगे की प्रक्रिया करेगी. फिलहाल, इस ई-आक्शन की प्रक्रिया में भाग लेने वालों ने 20 लाख के करीब सुरक्षित राशि रेलवे को जमा की थी, जिसके बाद यह प्रक्रिया शुरु हुई. नियम के मुताबिक पूरे दस्तावेजों की जांच होने के बाद अगर सबकुछ ठीक ठाक रहा तो जुलाई माह में पार्किंग संचालन का जिम्मा रेलवे उन्हें हैंडओवर करेगी अन्यथा यह 20 लाख जब्त हो जाएंगे. सूत्रों के अनुसार यह नई फार्म को लेकर स्टेशन क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है, जितने मुंह उतने बोल.
नए ठेकेदार को सालाना 1.97 करोड़ करना होगा भुगतान
जानकारी के अनुसार नए पार्किंग ठेकेदार को 1.97 करोड़ प्लस 18 प्रतिशत जीएसटी के साथ रेलवे को भुगतान करना होगा. इस हिसाब से एक दिन में ठेकेदार को लगभग 70 हजार रुपये से ऊपर की वसूली कार व बाइक के मालिकों से करनी पड़ेगी. इससे आम जनता पर बोझ पड़ना तय माना जा रहा है. तीन साल के लिए यह टेंडर हुआ है. इस लिहाज से करीब सात करोड़ रुपये ठेकेदार को तीन साल के लिए केवल एक पार्किंग के लिए रेलवे को चुकाने पड़ेंगे. जानकारी के अनुसार वर्तमान में शैल इंजीनयरिंग दोनों छोर की पार्किंग पर रेलवे को तीन साल के लिए 4 करोड़ 25 लाख रुपये दे रही थी. लेकिन उसके पास दोनों छोर की पार्किंग थी. अव बर्मामाइंस पार्किंग पर शनिवार को किसका कब्जा होता है इस पर सबकी नजरें बनी हुई है.