फतेह लाइव, रिपोर्टर।
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर राज्यव्यापी धरना कार्यक्रम का आयोजन पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में सोमवार को साकची स्थित आम बागान मैदान में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा के समक्ष जिलाध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे की अध्यक्षता में किया गया।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष आनन्द बिहारी दुबे ने संबोधित करते हुए कहा कि एलपीजी गैस के 31.37 करोड़ उपभोक्ता के 8,33,640.76 (आठ लाख तैतीस हजार छः सौ चालीस करोड) रुपए को छला गया है, जिसे उपभोक्ताओं को मोदी की सरकार वापस करे तथा पेट्रोल डीजल एवं खाद्य पदार्थ के मुल्य अविलंब कम करें।
धरना प्रदर्शन के माध्यम से कहा गया कि विगत 9 वर्षों से एलपीजी गैस के 31.37 करोड़ उपभोक्ता के 8,33,640.76 (आठ लाख तैतीस हजार छः सौ चालीस करोड) रुपए को मोदीजी के सरकार द्वारा भोली भाली जनता से छला गया है। 2017 से उज्ज्वला बहनों से 68,702.75 करोड रुपए अधिक लूटा गया। गैस में 185 प्रतिशत की बढोत्तरी की गई और दिखावा के लिए 17.5 प्रतिशत कम की गई, जो न्याय संगत नही है। जिसे उपभोक्ताओं को मोदी की सरकार वापस करे।
विगत 9 वर्षों से इंधन में टैक्स लगा कर 30 लाख करोड रुपए से अधिक की मुनाफाखोरी की गई है। इससे जनता के आंसू निकल गए है। यह अत्याचार के जैसा व्यवहार मोदी सरकार ने किया है।
मोदी की सरकार ने पेट्रोल पर विगत 7 वर्षो में एक्साईज ड्युटी 258 % तक बढ़ा दिया,और डीजल में 820% तक बढ़ाया है। जो घोर अत्याचार है। इन तमाम आंकड़ो के वाबजूद मोदी सरकार महंगाई को झूठला रही है। अब आप ही आम जनता को महंगाई के मार से बचा सकते है। इसी प्रकार आवश्यक वस्तुओं के मूल्यों में भी बेतहाशा वृद्धि की गई है। मोदी सरकार महंगाई रोकने में नाकाम हो गई है। देश भर में महंगाई के कारण अव्यवस्था फैल गई है। अधिकांश गृहणियां घर के प्रबंधन कार्य में महंगाई के कारण कठिनाई में है। आप मोदीजी के सरकार को अनावश्यक महंगाई बढ़ाने से रोकने का पूण्य कार्य करें। इतना ही नही विगत 9 वर्षों में उपभोक्ताओं द्वारा ली गई गैस सिलेंडर का अतिरिक्त शुल्क अविलंब वापस करे अन्यथा कांग्रेस पार्टी जन आंदोलन करेगी।
इसके बाद जिला कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम के द्वारा एक मांग पत्र राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम से प्रेषित किया गया।
कार्यक्रम में बलजीत सिंह बेदी जिला प्रभारी महासचिव, जिलाध्यक्ष आनन्द बिहारी दुबे, धर्मेन्द्र सोनकर, राकेश तिवारी, रियाजुद्दिन खान, शुक्ला, रामाश्रय प्रसाद, अशोक सिंह, प्रभात ठाकुर, मनोज झा, मो सलिम, नलिनी सिन्हा, राजकुमार वर्मा, जितेन्द्र सिंह, उदय सिंह, संध्या दास, रिश्ता शर्मा, धर्मा राव सहित सैकड़ों कार्यकर्त्ता सम्मिलित हुए।